नई दिल्ली। दो आईपीएस (IPS) अफसर झारखंड कैडर की कुसुम पुनिया और पश्चिम बंगाल कैडर के कुमार गौतम को फिर से बहाल कर दिया गया है।
केंद्र सरकार ने झारखंड कैडर की 2010 बैच की आईपीएस अधिकारी कुसुम पुनिया और पश्चिम बंगाल कैडर के 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी कुमार गौतम को पिछले साल जुलाई में बर्खास्त किया था। कुसुम प्रोबेशन पीरियड में थी। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहला मौक़ा था जब कोई IPS अफसर प्रोबेशन अवधि में ही बर्खास्त किया गया। इसके बाद राहुल कस्वा ने राजस्थान के मंत्रियों और सांसदों के साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर बर्खास्तगी पर पुनर्विचार करने की अपील भी की थी।
झारखंड कैडर की कुसुम पुनिया की बतौर एसपी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) रांची में तैनाती थी। चेतावनी के बाद भी पुनिया द्वारा प्रशिक्षण का एक भाग स्वीमिंग पूरा नहीं किए जाने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह कार्रवाई की थी।
कुसुम पुनिया के बारे में
- कुसुम का परिवार राजस्थान के चुरू जिले की राजगढ़ तहसील के सरदारपुरा की रहने वाला है
- कुसुम 2010 बैच की हैं लेकिन 2011 बैच के साथ नेशनल पुलिस अकादमी की ट्रेनिंग में शामिल हुई थी
- लेकिन स्वीमिंग का फाउंडेशन कोर्स पूरा नहीं किया
- इसीलिए वह नौकरी पर रहते हुए भी प्रोबेशन पर रहीं और उनकी नौकरी कन्फर्म नहीं हुई
- उनकी पहली पोस्टिंग जामताड़ा में बतौर एसपी हुई, वहाँ 6 माह रहीं लेकिन ज्यादातर अवकाश पर, उसके बाद एसीबी एसपी बनीं
- नेशनल पुलिस अकादमी ने उन्हें कई बार ट्रेनिंग पूरी करने का निर्देश दिया लेकिन वह अनदेखी करती रही
- बाद में उन्होंने सेहत अच्छी न होने का हवाला देकर ट्रेनिंग से छूट मांगी
- इसके बाद पुलिस अकादमी ने मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया और कुसुम को उपस्थित होने को कहा
- पर वह बोर्ड के सामने भी पेश नहीं हुई। इसके बाद गृह मंत्रालय सख्त हुआ
- गृह मंत्रालय ने कारण बताओ नोटिस जारी किया, कोई जवाब न मिलने के बाद उन्हें बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया गया
- हालांकि झारखंड पुलिस और राज्य सरकार ने एक और मौक़ा देने का आग्रह किया था
कुमार गौतम के बारे में
- पश्चिम बंगाल कैडर के 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं
- अतिरिक्त उपायुक्त (पूर्व) आसनसोल-दुर्गापुर कमिश्नरी में
- कुमार ने भी नेशनल पुलिस अकादमी की ट्रेनिंग में एक परीक्षा पास नहीं की थी
हरियाणा के आईएएस अफसर संजीव कुमार जेबीटी घोटाले में बर्खास्त
हरियाणा के आईएएस अफसर संजीव कुमार को केंद्र ने जेबीटी घोटाले में बर्खास्त कर दिया। सन 1999-2000 में हुए टीचर भर्ती घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री ओपी चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला के बाद अब एक आईएएस ऑफिसर पर भी गाज गिरी है।
संजीव कुमार 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और पूर्व की चौटाला सरकार के कार्यकाल में हुए भर्ती घोटाले में व्हिसल ब्लोअर बनकर सामने आए थे। संजीव कुमार पर चौटाला सरकार के कार्यकाल में पाठ्य पुस्तक प्रकाशन घोटाले के भी आरोप लगे थे। इसके बाद उनका नाम जेबीटी अध्यापक भर्ती घोटाले में भी नाम आया।
