नई दिल्ली। भारत के राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात की गई महिला सुरक्षा अधिकारियों की प्रयोग के तौर पर की गई तैनाती के उत्साहवर्धक नतीजे सामने आने के बाद राष्ट्रपति की सुरक्षा में और महिला अधिकारी तैनात किए जाने की योजना है। राष्ट्राध्यक्ष के करीबी सुरक्षा घेरे में अभी ऐसी चार अधिकारी तैनात हैं जिन्हें आधुनिक हथियार चलाने से लेकर विदेशी शख्सियतों के साथ व्यवहार जैसे संवेदनशील काम का अनुभव है।
भारत में पुलिस संगठनों में आमतौर पर महिला अधिकारियों को VVIP के नजदीकी सुरक्षा दल (क्लोज प्रोटेक्शन टीम) में रखने का प्रचलन नहीं है। लेकिन कुछ ही अरसा पहले दिल्ली पुलिस ने इस काम में महिलाओं को परखने की कवायद शुरू की।

महामहिम की सुरक्षा में लगीं महिला अफसरों के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर राष्ट्रपति भवन में संयुक्त आयुक्त पुलिस शालिनी सिंह और दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक की पत्नी सूचना पटनायक
ये महिला अधिकारी नीले सूट (कोट, पेंट, टाई) वाली एक जैसी यूनिफॉर्म पहनती हैं। इसी पोशाक के बीच सुरक्षा उपकरण और हथियार भी होते हैं जो दिखाई तक नहीं देते। इसकी एक वजह ये भी होती है कि इन अधिकारियों का आमना-सामना अक्सर अन्तर्राष्ट्रीय शख्सियतों से भी होता है। ये अधिकारी दिल्ली पुलिस की राष्ट्रपति शाखा की हैं जिसमें अभी इंस्पेक्टर सीमा शर्मा, सुशीला और सब इंस्पेक्टर उमा कुमार व बबीता सिंह हैं।
दिलचस्प इत्तेफाक भी है कि राष्ट्रपति सुरक्षा शाखा की प्रमुख भी महिला हैं। ये हैं संयुक्त आयुक्त शालिनी सिंह जो 1996 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। दिल्ली में उपायुक्त रहते हुए कानून व्यवस्था से जुड़े विभिन्न पहलुओं के अनुभव के अलावा शालिनी सिंह पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की ओएसडी भी रही हैं।
शालिनी सिंह का कहना है कि राष्ट्रपति के नजदीकी सुरक्षा दल में शामिल की गई अधिकारी सख्त प्रशिक्षण से गुजरी हैं और हर तरह के खतरे से निबटने का हुनर जानती हैं। इन अधिकारियों को ट्रेनिंग के दौरान सिखाया गया है कि महत्वपूर्ण शख्सियतों से व्यवहार के दौरान नम्र रहते हुए भी कैसे सुरक्षा के सख्त कानून-कायदों का पालन करना और करवाना है।
ऐसा नहीं है कि इन महिला अधिकारियों का सिर्फ महिलाओं से आमना-सामना होता है, ये किसी भी ऐसे पुरुष से भी निबटने में सक्षम है जो किसी भी तरह के सुरक्षा चक्र को तोड़ने की कोशिश करे।
