नई दिल्ली: वह खूबसूरत है इतनी कि अगर आपको उसकी पृष्ठभूमि और हालात पता न हो तो यही कहेंगे कि ‘ये कौन सी हीरोइन है।’ बोलती आंखों में सपने तैर रहे हैं। महज 25 साल की उम्र में उसने जीवन के तमाम उतार-चढ़ाव देख लिए हैं। लेकिन जज्बा ऐसा कि हार मानने को तैयार नहीं। राह में आती बाधाओं पर पार पाते हुए वह आज राजपत्रित पुलिस अधिकारी बन गई है। यह परिचय है अनीता प्रभा का।
वह अनीता प्रभा जिसकी परवरिश एक परंपरागत परिवार में हुई। 1992 में पैदा हुई अनीता पढ़ने में इतनी तेज और कुशाग्र बुद्धि की थी कि 10वीं में उसने 92 प्रतिशत अंक हासिल किए। लेकिन तब वह परंपराओं की बेड़ी नहीं तोड़ पाई और 17 साल की उम्र में अपने से 10 बरस बड़े लड़के से उसकी शादी कर दी गई, जैसा कि उसकी बड़ी बहन के साथ हुआ था। लेकिन बाद में उसने अपनी सुनी और सिर्फ अपनी।

अनीता प्रभा फिलहाल सूबेदारी कर रही हैं। वह डीएसपी के ज्वाइनिंग लेटर और डिप्टी कलेक्टर के साक्षात्कार परिणाम का इंतजार कर रही है
मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के कोटमा की निवासी अनीता इस समय चर्चा में है। अनीता के माता-पिता दोनों ही अध्यापक थे। घर में पढ़ाई का माहौल था पर माता-पिता जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहते थे। 10 साल बड़े लड़के से शादी कर दी। ससुराल भी आर्थिक रूप से कमजोर थी। सो, मेधावी अनीता को ग्रेजुएशन करने की अनुमति दे दी।
ग्रेजुएशन के तीसरे साल के दौरान पति एक दुर्घटना में घायल हो गया। उसके दोनों हाथ टूट गए। अब पति की सेवा के चक्कर में वह परीक्षा में नहीं दे पाई। ऐसे में ग्रेजुएशन चार साल में पूरी की। इसका परिणाम यह हुआ कि बैंक के प्रोबेशनरी आफिसर की पोस्ट के लिए वह रिजेक्ट हो गई।

अनीता प्रभा की इन तस्वीरों को देखकर लोग यही कहेंगे कि वह पुलिस अफसर नहीं बल्कि कोई अभिनेत्री है
लेकिन अनीता ने हार नहीं मानी। परिवार को चार पैसे मिले इसलिए उसने ब्यूटीशियन का कोर्स कर एक पार्लर में काम करना शुरू किया लेकिन उसके साथ समस्या था उसका पति। अनीता को उसके साथ सामंजस्य बिठाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।
बिना काम, तनावपूर्ण जिन्दगी और बिना परिवार के भी अनीता हताश नहीं हुई बल्कि हिम्मती बनी। उसने अपना रास्ता अब चुन लिया था। आत्मनिर्भरता के लिए उसने 2013 के विवादित व्यापमं की फारेस्ट गार्ड की परीक्षा दी। उसने 14 किमी की पैदल चाल परीक्षा 4 घंटे में पूरी की। दिसंबर 2013 में बालाघाट जिले मे उसे पोस्टिंग मिल गई। ऊंचे ख्वाब वाली अनीता ने व्यापमं की सब-इस्पेक्टर की परीक्षा में फिर शामिल हुई। लेकिन इस बार वह फिजिकल टेस्ट में फेल हो गई। दूसरी बार की कोशिश में वह सब-इन्सपेक्टर चुन ली गई। जबकि दो माह पहले ही उसने ओवरी में ट्यूमर की सर्जरी कराई थी।

अनीता प्रभा अपनी मित्र के साथ
इसके बाद उसने बतौर सूबेदार जिला रिजर्व पुलिस लाइन में ज्वाइन किया। ट्रेनिंग के लिए उसे सागर भेजा गया। इसी दौरान उसने 10 साल बड़े पति से तलाक लेने का फैसला किया।
इस सबके बीच मध्य प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग के नतीजे आ गए जिसमें अनीता पहले शामिल हुई थीं। इसमें वह पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) चुन ली गईं। यह उनका पहला प्रयास था और महिलाओं में वह 17वें और सभी वर्गों में 47वें नंबर पर आईं।
फिलहाल वह भोपाल में सूबेदारी कर रही हैं। उन्हें डीएसपी की ज्वाइनिंग का इंतजार है, जो किसी भी वक्त आ सकता है। अनीता गजटेड अफसर बनने भर से ही संतुष्ट नहीं थी। अभी वह और ऊपर जाना चाहती थी। उन्होंने डिप्टी कलेक्टर के लिए MPPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की। अप्रैल 2016 में परीक्षा दी। पास हो गई। इन्टरव्यू इसी महीने हुआ है। अब उन्हें इंतजार है डीएसपी के ज्वाइनिंग ऑर्डर और डिप्टी कलेक्टर के रिजल्ट का।
महज 25 वर्ष की उम्र में इतना सब कुछ हासिल करने का जज्बा बहुत कम लोगों में दिखता है। कुछ भी हो, अनीता ने अपने जैसी न जाने कितनी प्रतिभाशाली लड़कियों के लिए राह खोल दी है। ‘रक्षकन्यूज.काम’ अनीता के जज्बे को सलाम करता है…।
