लखनऊ। जिस अंदाज के लिए जाने जाते हैं उसी अंदाज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिखे। शपथ लेते ही उन्होंने अपने मंत्रियों की सम्पति का ब्योरा मांग लिया तो वहीं सोमवार की सुबह प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था को लेकर मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को तलब किया। बाद में मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था के सुधार को लेकर गंभीर चर्चा की। दोपहर में प्रदेश के सभी विभाग के सचिव व प्रमुख सचिव के साथ बैठक की। बताया जाता है कि अन्य मुद्दों के अलावा बैठकों में कानून व्यवस्था की खराब हालत ही हावी रही।
बता दें कि यूपी में कानून व्यवस्था की खराब हालत चुनाव का मुख्य मुद्दा भी रही। भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान इसे जोर-शोर से उठाया था। चूंकि पुलिस महकमे के मुखिया की शीर्ष पद पर नियुक्ति भी विवादों में रही थी तो ऐसे में सत्ता के गलियारों में सबसे पहले पिछली सरकार के ‘लाडले’ अफसर पर ही गाज गिरने की संभावना जताई जा रही थी। प्रशासनिक फेरबदल के तहत पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद को हटाए जाने की चर्चाएँ जोरों पर हैं, चर्चा यह भी है कि 1984 बैच के IPS अफसर रजनीकांत मिश्र DGP होने जा रहे हैं। लेकिन अभी यह कहना मुश्किल है कि वर्तमान जावीद अहमद पद पर रहेंगे भी या नहीं, यदि रहेंगे भी तो कितने दिन?
उधर, मुख्यमंत्री ने शीर्ष अफसरों को साफ़ सन्देश दिया कि उन्हें लापरवाही बर्दाश्त नहीं हैं उसमें अतिशीघ्र सुधार किया जाए। योगी ने कहा कि समाज में अराजकतत्वों की आवश्यकता बिल्कुल भी नहीं हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कर जेल में डाला जाए। वहीं अगर महिला से संबंधित जो भी शिकायत थानास्तर पर आती है तो पुलिस उस पर तत्काल एक्शन ले और उन्हें न्याय दिलाने की हरसंभव प्रयास करें। छेड़छाड़, चेन स्नेचिंग जैसी घटनाओं को हर प्रकार से पुलिस रोकें।
मुख्यमंत्री योगी ने प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी जावीद अहमद से सख्त निर्देश दिए है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं चलेगी। उन्हें लापरवाही और लापरवाह लोग बिल्कुल भी पसंद नहीं हैं।
इससे पहले योगी आदित्य नाथ से मिलने के लिए सुबह से ही कई प्रशासनिक अधिकारी वीवीआईपी गेस्ट हाउस पहुंचे। मुख्य सचिव राहुल भटनागर पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद भी गेस्ट हाउस में पहुंच कर मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उनके साथ गृह सचिव देवाशीष पांडा भी उपस्थित रहे। सीएम ने प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल को भी तलब किया। पूर्व मुख्य सचिव दीपक सिंघल भी उनसे मिलने के लिए पहुंचे।
