श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में महिला पत्थरबाजों पर शिकंजा कसने के लिए सैन्यकर्मियों ने खास रणनीति तैयार की है। प्रदर्शनकारी महिलाओं से निपटने के लिए महिला कमांडो की विशेष टीम तैयार की जा रही है। इस कमांडो दस्ते के लिए सेना और विभिन्न अर्धसैनिक बलों से 500 जांबाज महिला कमांडोज को चुना गया है। गृह और रक्षा मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद इन सभी का श्रीनगर के केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) शिविर में स्पेशल ट्रेनिंग शुरू की गई है।
सुरक्षाकर्मियों के ऑपरेशन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पत्थरबाजों की बढ़ती हिंसक वारदात के मद्देनजर कई नए कदम उठाए गए हैं। इनमें महिला कमांडो दस्ते को प्रमुखता दी गई है। पत्थरबाजों की भीड़ में शामिल महिलाओं व बच्चों से ये कमांडो निपटेंगी। CRPF ने महिला कमांडो की ट्रेनिंग की कुछ तस्वीरें जारी की हैं।
Blindfold 60 second drill by @crpfindia women Commando in #Kashmir. Ready to counter women stonepelters in Valley. pic.twitter.com/ORCk0Nzpwv
— manish prasad (@followmkp) June 29, 2018
खास बात यह है कि ये महिला कमांडो पत्थरबाजों से बचते हुए कार्रवाई करने में निपुण हैं। इन सभी को पुरुषों की तरह कड़े प्रशिक्षण दिए जाते हैं। मुखयत: इन कमांडो को तीन स्टेप बताए जा रहे हैं। पहला, हालात को भांपना, फिर भीड़ पर काबू पाना और अंत में बल का इस्तेमाल करना। इन्हें सिखाया जा रहा है कि एकाएक आने वाली विकट परिस्थितियों से वे कैसे निपटें। महिला कमांडो टीम को आंखों पर पट्टी बांधकर आने वाले खतरों से आगाह करने और उनसे मुकाबले के लिए ट्रेन्ड किया जा रहा है। इसके साथ उन्हें रात के वक्त होने वाली ऐसी घटनाओं से सामना होने की स्थिति में उठाए जाने वाले कदमों और इस दौरान हथियारों में आने वाली किसी भी खराबी को एक मिनट के अंदर दूर कर लेने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
रक्षा और गृह मंत्रालय को भेजी अपनी तमाम रपटों में सैन्य बलों में शामिल महिलाओं एवं बच्चों से पुरुष सैन्यकर्मी नहीं निपट पाते। ऐसे में कई दफा आतंकी फायदा उठा लेते हैं। इस वजह से खास रणनीति के मद्देनजर महिला कमांडो तैयार करने की योजना बनाई गई।
