भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवान हर वक़्त सीमा पर मुस्तैद रहते है। उनके चट्टानी हौसलों के आगे ऊंचे-ऊंचे पहाड़ भी हार मान लेते है। बता दे कि कैसे हर मौसम और परिस्थियों में देश के लिए आपना सर्वस्व कुरबान कर देने के भावना लिए हमारे ITBP के जवान कैसे-कैसे ‘खतरनाक’ मगर ‘खूबसूरत’ मुसिबतों का सामना करते है।
दूरगामी इलाकों में जहां एक जगह से दूसरी जगह जाने का कोई साधन नहीं होता, तब हमारे ITBP जवान बर्फ पर स्की कर के आपना रास्ता तय करते है। ये देखने में भले ही रोमांचक लगे मगर ज़रा सी चूक से जान पर बन जाती है।

सिर छुपाने के लिए आशियाने के तौर पर बस एक तिरपाल के कपड़े से बना टेंट होता है (फाइल फोटो)
अब बात अगर रहने की करें को सिर छुपाने के लिए आशियाने के तौर पर बस एक तिरपाल के कपड़े से बना टेंट होता है। शायद आप तस्वीर देख कर सोच रहे होंगे कि कितना खूबसूरत नज़ारा है, मगर हर समय हिमस्खलन और तूफान का ख़तरा मानो तलवार की तरह सिर पर लटका रहता है और कोई नहीं बता सकता कि कब ये दैत्य बन जिंदगी को निगल जाए।

पथरीले रास्तों पर चढ़ाई करना काफी मुश्किल भरा होता है (फाइल फोटो)
पथरीले रास्तों पर चढ़ाई करना कोई मज़ाक नहीं और वो भी तब, जब दूर-दूर तक मदद के लिए कोई विकल्प न हो। गलती से एक बार पैर फिसला और खेल ख़त्म। जानलेवा रास्तों का ऐसा जाल जो देखने में जितना खूबसूरत उतना ही ख़तरनाक है।

बर्फीले रास्तों में खाई कहां है और ज़मीन कहां ये पहचान जवानों के लिए चुनौतीपूर्ण हो जता है (फाइल फोटो)
बर्फ की चादर अपने आगोश में हर चीज़ को समेट लेती है। सब कुछ एक सपने जैसा नज़र आने लगता है, मानो कुदरत ने सब कुछ सफ़ेद स्याही से रंग दिया हो। मगर ज़रा सा भी ध्यान भटकना कभी न भुलाए जाने वाली भूल बन सकता है। बर्फीले रास्तों में खाई कहां है और ज़मीन कहां ये पहचान पाना बेहद मुश्किल होता है। और ऐसे हालातों में हमारे ITBP के जवानों द्वारा गश्त हमारी सीमाओं को बेहद सुरक्षित रखते है।
