नई दिल्ली। बच्चे देश का भविष्य होते हैं और जब बात देश से जुड़ी हो तो हमारे जवान कभी पीछे नहीं हटते। आज कल आए दिन हम सुनते है कि फलां स्कूल में बच्चे की लाश पानी के टंकी के अंदर मिली तो किसी बच्चे का कत्ल बाथरूम में बेरहमी से कर दिया गया। अभी ये छोटे-मासूम बच्चे जिन्होंने दुनिया भी ठीक से नहीं देखी होती है, उनके मौत की खबर का असर उनके मां-बाप पर तो होता ही है लेकिन दूसरे गार्जियन को भी अपने बच्चों की चिंता सताने लगती है। इसी के मद्देनजर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने बच्चों को सुरक्षित माहौल देने के लिए केवी, डीपीएस, दून और सिंधिया जैसे देशभर के जाने-माने स्कूलों को पेशेवर सुरक्षा कंसल्टेंसी सेवाओं की पेशकश दी है।
गुरुग्राम में रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र की हत्या के बाद यह कदम उठाया गया है। अर्धसैनिक बल ने स्कूल प्रशासन को दर्जनों पत्र लिख कर रहा है कि वह स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए ‘सुरक्षित’ माहौल बनाने में मदद कर सकता है। एक औसत स्कूल के लिए कंसल्टेंसी शुल्क करीब चार लाख रुपये होगा।
सीआईएसएफ की यह पेशकश पिछले दिनों हुई उस दर्दनाक घटना के बाद हुई जिसमें रेयान इंटरनेशनल स्कूल की दूसरी कक्षा के छात्र की बाथरूम में गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी।
सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा पर दिया बल
CISF ने एक स्कूल की प्रिंसिपल को लिखे पत्र में कहा- यह महसूस किया गया है कि एनसीआर में प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक में हाल की घटना के मद्देनजर अब हमारे स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था की फिर से समीक्षा करने की जरूरत महसूस हो रही है। आप इस बात से सहमत होंगे कि स्वस्थ और सुरक्षित माहौल हर बच्चे का अधिकार है और यह माहौल मुहैया कराने में स्कूलों की बड़ी भूमिका है। यह लेटर डीपीएस, केवी, नवोदय विद्यालय समिति और दून जैसे जाने-माने स्कूलों को भेजा गया है। सीआईएसएफ ने रेयान ग्रुप ऑफ स्कूल्स और ग्वालियर में सिंधिया जैसे बड़े स्कूलों से संपर्क किया और ऐसे और लेटर भेजे जा रहे हैं।
