टोक्यो। अमेरिका का सब्र अब टूटने लगा है। उत्तर कोरिया को एकबार फिर उसने चेतावनी दी है। सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ शब्दों में कहा कि उत्तर कोरिया पर धैर्य दिखाने का वक्त खत्म हो गया है। जापान से समर्थन मिलने के बाद ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को विश्व सभ्यता और अंतर्राष्ट्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा।
डोनाल्ड ट्रंप पहले भी कह चुके हैं कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों की महत्वाकांक्षा पर अमेरिका राजनयिक समाधान के अलावा भी गौर कर सकता है और सैन्य कार्रवाई पर विचार कर सकता है। उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मौजूदगी में घोषणा करते हुए कहा कि धैर्य का समय समाप्त हो चुका है।
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भी ट्रंप के बयान से सहमति जताई कि उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने के लिए सैन्य ताकत का प्रयोग सहित सभी विकल्पों के लिए दरवाजे खुले हैं। उत्तर कोरिया के मिसाइलों के फायरिंग लाइन में आने वाले जापान के पीएम आबे ने 35 कोरियाई समूहों और लोगों की संपत्तियों पर जापान द्वारा बैन लगाए जाने का ऐलान किया। बिल्कुल अलग-थलग पड़ चुके उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र भी कई बैन लगा चुका है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के समय अमेरिका ने उत्तर कोरिया से तब तक संवाद करने से इनकार कर दिया था जब तक वह न्यूक्लियर समाधान पर कोई व्यावहारिक प्रतिबद्धता नहीं दर्शाता।
