ओडिशा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर स्थित रॉकेट केंद्र में एक और प्रक्षेपण पैड इस साल के अंत तक काम करने लगेगा। इसरो के अध्यक्ष किरण कुमार ने बताया कि केवल एक असेंबली बिल्डिंग होने के कारण रॉकेटों के अलग-अलग स्टेज को जोड़ने में विलंब होता था।
अभी 7 रॉकेटों का होता प्रेक्षपण
इस कमी को दूर करने के लिए एक और बिल्डिंग बनाई जा रही है। यह काम इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। अब दो लॉन्च पैड पर एक साथ काम चल सकता है। रॉकेट निर्माण के क्षेत्र में हम प्रगति कर लें, पर यदि हमारे पास प्रक्षेपण सुविधाएं नहीं होंगी तो हम उनका लाभ नहीं उठा सकेंगे। नया लॉन्च पैड बन जाने के बाद इसरो हर साल 12 रॉकेटों का प्रक्षेपण कर सकेगा। अभी हम 7 रॉकेटों का प्रक्षेपण ही कर सकते हैं।
इस साल होंगे 3-4 प्रक्षेपण
इस साल के प्रक्षेपणों के बारे में उन्होंने बताया कि हम 3 या 4 प्रक्षेपण करना चाहते हैं। इनमें एक IRNSS-1A की एवज में सैटेलाइट है। यह देश की जीपीएस प्रणाली की 7 सैटेलाइटों में से एक है। कुछ समय पहले इनमें से एक सैटेलाइट की एटॉमिक क्लॉक के काम बंद कर देने के कारण इसे भेजा जा रहा है।
