चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की पहली बैठक में प्रदेश में वीआईपी कल्चर को समाप्त करने का ऐलान कर दिया गया।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की पहली बैठक
मंत्रिमंडल में विचार-विमर्श के बाद यह फैसला लिया गया कि राज्य के सभी विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री के अलावा सचिव, निदेशक स्तर के अधिकारी, पुलिस महानिदेशक, जिलों में तैनात एसपी, डीसी, एडीसी तथा एसडीएम अपनी गाड़ियों पर लाल बत्ती नहीं लगाएंगे। सरकार ने यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया। मंत्रिमंडल की बैठक समाप्त होने तक अधिकतर वीआईपी ने अपनी गाड़ियों पर लगी लाल, नीली तथा नारंगी बत्तियां उतारनी शुरू कर दी।
इसके अलावा आज की बैठक में फैसला लिया गया कि पंजाब में अब कोई भी मंत्री, मुख्यमंत्री तथा विधायक न तो आधारशिलाओं पर अपना नाम लिखेगा और न ही उद्घाटनी पत्थर रखे जाएंगे। अब केवल संबंधित प्रोजेक्ट का नाम लिखते हुए कहा जाएगा कि यह जनता द्वारा दिए गए करों की राशि से तैयार किया गया प्रोजेक्ट है।
