चंडीगढ़। पंजाब राजघराने से सम्बंधित और पूर्व सेनाधिकारी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को यहाँ राजभवन में एक सादे समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्य की 117 से 77 सीटों पर कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका कैप्टन अमरिंदर सिंह की रही, उन्होंने दूसरी बार पंजाब की कमान संभाली है। इससे पहले साल 2002 से 2007 तक राज्य की कमान उनके हाथ में थी। वहीं उनके साथ ही पार्टी के 9 और नेताओं ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। टीम अमरिंदर में तीन नए चेहरों नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत सिंह बादल तथा चरणजीत सिंह चन्नी को शामिल किया गया है जबकि बाकी पुराने ही चेहरे हैं। पंजाब में अधिकतम 18 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
Swearing in as the Chief Minister of Punjab. pic.twitter.com/NOXLWzyOmM
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) March 16, 2017

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कार्यभार संभाल लिया
कैप्टन के साथ नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत बादल, ब्रह्म महेंदर, साधू सिंह धर्मसोत, तृप्त राजेंद्र बाजवा और राणा गुरजीत सिंह ने कैबिनेट मंत्री तथा चरणजीत सिंह चन्नी, रजिया सुल्ताना, अरुणा चौधरी और ओपी सोनी ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि इन मंत्रियों के विभागों का बंटवारा अभी नहीं किया गया है और ऐसे में सभी की नजर नवजोत सिंह सिद्धू के विभाग पर टिकी हैं। ऐसी अटकलें है कि उन्हें उपमुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है।
कैप्टन अमरिंदर के इस शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। कैप्टन के इस सादे शपथ ग्रहण का मकसद जनता के बीच यह संदेश देना था कि कांग्रेस सरकार किसी भी तरह की फिजूलखर्ची नहीं होने देगी। साथ ही पहले से ही भारी घाटे में चल रही पंजाब सरकार के पास पैसे की कमी है और इसी वजह से इस सरकार के कार्यकाल में फिजूलखर्ची को रोका जाएगा।
वहीं पारिवारिक तौर पर भी कैप्टन अमरिंदर सिंह परेशान चल रहे हैं। चंडीगढ़ के PGI में उनकी मां महेंद्र कौर भर्ती हैं और शपथ ग्रहण समारोह को बिल्कुल सादा रखने के पीछे की एक वजह इसे भी माना जा रहा है।
दो विधायकों ने अंग्रेजी, एक ने हिंदी व अन्यों ने पंजाबी में ली शपथ
नए बने मुख्यमंत्री तथा नौ मंत्रियों में से दो ने अग्रेजी, एक ने हिंदी तथा अन्यों ने पंजाब में शपथ ग्रहण की।
राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर ने जब शपथ दिलानी शुरू की तो कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा राणा गुरजीत सिंह ने अंग्रेजी भाषा में शपथ ग्रहण की। राज्य मंत्री अरुणा चौधरी ने हिंदी भाषा में शपथ ली तो अन्य सभी मंत्रियों ने पंजाबी भाषा में शपथ ग्रहण की।
अमरिंदर कार्यकाल पूरा करने वाले तीसरे मुख्यमंत्री
कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में अपना कार्यकाल पूरा करने वाले राज्य के तीसरे मुख्यमंत्री हैं। इससे पहले प्रताप सिंह कैरों, प्रकाश सिंह बादल ने ही अपना कार्यकाल पूरा किया है। इसके अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह ही ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने सत्ता में रहते हुए अपना कार्यकाल पूरा किया है।
अतुल नंदा होंगे पंजाब के नए महाधिवक्ता
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अतुल नंदा पंजाब के नए महाधिवक्ता होंगे। नंदा अशोक अग्रवाल का स्थान लेंगे, जिन्होंने सत्ता परिवर्तन के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया है। नंदा जहां सुप्रीम कोर्ट में पंजाब के केस लड़ते रहे हैं वहीं वह कैप्टन अमरिंदर सिंह के भी कई निजी केसों में वकील रहे हैं। पंजाब सरकार ने नई नियुक्ति पर मोहर लगा दी है।
अरुसा आलम रही आकर्षण का केंद्र
कैप्टन अमरिंदर सिंह के बतौर मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में भले ही सैकड़ों वीआईपी तथा वीवीआईपी यहां पहुंचे हैं। इसके बावजूद शपथ ग्रहण समारोह में सभी के आकर्षण का केंद्र कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी महिला मित्र अरुसा आलम रही। अरुसा गुरुवार सुबह अन्य अतिथियों की तरह अपनी ही एक महिला मित्र के साथ यहां पहुंची और वह कांग्रेस के कई नेताओं से एक पुराने परिचित की तरह मिली। कई लोगों ने अरुसा आलम के साथ तस्वीरें भी खिचवाई। अरुसा आलम समारोह के अंत तक यहां मौजूद रही।
Congratulations @capt_amarinder on taking oath as CM. Wishing you the very best in working for Punjab’s development.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 16, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के मुख्यमंत्री का पद संभालने के लिए अमरिंदर सिंह को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वह राज्य को विकास की नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए काम करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को ट्वीट संदेश में कहा, “मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर कैप्टन अमरिंदर को बधाई। पंजाब के विकास के लिए काम करने के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं।“
