नई दिल्ली। आतंकी संगठन आईएस (IS) का जहां विश्व भर में खतरा बढ़ता जा रहा है वहीँ, भारत ने भी इससे निपटने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। भारत ने आतंकी सगठन के खिलाफ ठोस कदम उठाते हुए पहली बार फिलीपींस को 5 लाख डॉलर यानी तकरीबन 3.2 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी है। फिलीपींस के दक्षिण मनीला से लगभग 800 किसी दूर मारावी शहर में सेना और आईएस के आतंकियों के बीच संघर्ष चल रहा है। ऐसा पहली बार है जब आतंकी समूह आईएस से लड़ने के लिए भारत ने किसी अन्य देश की सहायता की है।
दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की मुलाकात के बाद फैसला
भारत ने फिलीपींस को ये मदद इसलिए की है, ताकि वह खुद को घातक आतंकी समूहों से बचा सके। इस संकट से निपटने के लिए आर्थिक मदद करने वालों में भारत अब सबसे बड़ा देश है। फिलीपींस के नए दोस्त चीन ने भी इस संकट की स्थिति में उन्हें आर्थिक मदद दी है। भारत की तरफ से यह सहायता विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और फिलीपींस के विदेश मंत्री अलन पीटर काएटानो के बीच 6 जुलाई को हुई बातचीत के बाद दी गई है। मनीला में भारतीय दूतावास की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘मारावी सिटी में लोगों के मारे जाने पर सुषमा स्वराज ने शोक व्यक्त किया है।
380 IS आतंकियों को ढेर कर चुकी है फिलीपींस आर्मी
एक अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, फिलीपींस की सेना और आईएस के आतंकियों के बीच चल रहा संघर्ष 26/11 की तरह है, जो पिछले सात हफ्तों से जारी है। इस संघर्ष में अब तक फिलीपींस सेना के 90 जवान शहीद हो चुके हैं, जबकि दो दर्जन से ज्यादा आम नागरिकों की मौत हुई है। वहीं, सेना द्वारा 380 आतंकियों को इस मुठभेड़ में ढेर किया गया है। पुलिस के अधिकारी ने बताया कि शहर में अभी भी 100 से ज्यादा आतंकियों के छुपे होने की खबर है। आतंकियों के साथ संघर्ष अब भी जारी है।
