नई दिल्ली। भारत और नेपाल ने आपसी सैन्य सम्बन्धों की समीक्षा की है और आपसी रक्षा सहयोग को और गहरा करने के बारे में चर्चा की है। नेपाल के थलसेना प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा से आपसी सम्बन्धों पर चर्चा के दौरान नेपाली सैन्य अधिकारियों ने उन्हें इस बारे में समग्र जानकारी भी प्रदान की ।
गुरुवार शाम को उन्हें नेपाली सेना के मानद जनरल से सम्मानित किया गया। दोनों सेनाएं एक दूसरे के सेना प्रमुखों को हर साल इस मानद पदवी से सम्मानित करती हैं।
इसके पहले बुधवार शाम को नेपाल के थलसेना प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा के निमंत्रण पर काठमाडु के दौरे पर गए भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे की काठमांडु में भव्य अगवानी हुई। हवाई अड्डे पर नेपाली सेना के चीफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रभु राम शर्मा ने अपने आला सहयोगियों के साथ उनका स्वागत किया।
गुरुवार को उन्होंने नेपाली सेना प्रमुख से मुलाकात के दौरान नेपाली थलसेना के फील्ड अस्पताल के लिये कुछ चिकित्सा उपकऱण भेंट किये जिसमें एक्सरे मशीन, रेडियोग्राफी सिस्टम, आईसीयू वेंटिलेटर, वीडियो एंडोस्कोपी यूनिट, एम्बूलेंस और लेबोरेट्री यूनिट आदि शामिल हैं। कोविड महामारी से निपटने के लिये नेपाली सेना को अतिरिक्त वेंटीलेटर भी भेंट किये गए। इसके पहले जुलाई में भी भारतीय सेना ने वेंटीलेटर प्रदान किये थे।
गुरुवार को सेना प्रमुख से मुलाकात के पहले उन्होंने शहीद स्मारक पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इसके बाद वह सेना मुख्यालय गए जहां उनका स्वागत पारम्परिक सलामी गारद के साथ किया गया।
भारतीय सेनाप्रमुख का नेपाल दौरा ऐसे वक्त पर हो रहा है जब भारत और नेपाल के सम्बन्धों में भूभागीय विवाद को लेकर कटुता पैदा हो गई है। इसके पहले जनरल नरवाणे की वह टिप्पणी भी नेपाल में विवादास्पद हुई थी कि नेपाल किसी दूसरे देश यानी चीन के उकसावे पर भारत के खिलाफ हरकतें कर रहा है।
