नई दिल्ली। अफगानिस्तान पर जिनीवा में आयोजित उच्च स्तरीय सहायता सम्मेलन में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अफगानस्तान के विकास के लिये भारत द्वारा दी गई दो अरब डालर की मदद के लिये आभार जाहिर किया है।
राष्ट्रपति गनी ने कहा कि अफगानिस्तान आज जिस तरह की हिंसा के दोर से गुजर रहा है वह अकल्पनीय है। इन सबके बीच अफगानिस्तान सरकार देश के विकास के लिये संलग्न है। उन्होंने कहा कि पिछले 40 सालों से अफगानिस्तान गम्भीर यातना के दौर से गुजर रहा है। इन हालात से उबरने के लिये उन्होंने विश्व समुदाय से अफगानिस्तान को मदद की अपील की। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान मध्य एशिया दक्षिण एशिया और पश्चिम एशिया के बीच में स्थित है जिसका लाभ दुनिया को उठाने के लिये समग्र रणनीति तैयार करने के लिये सोचना होगा। उन्होंने अफगानिस्तान के लिये चाबाहार समुद्री सम्पर्क बनाने के लिये भारत और ईरान को भी धन्यवाद दिया। राष्ट्रपति गनी ने कहा कि अफगानिस्तान के विकास में एशियाई विकास बैंक, यूरोपीय यूनियन और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा निधि का विशेष योगदान है।
राष्ट्रपति गनी ने कहा कि जब अपने सम्बोधन के लिये यह भाषण तैयार कर रहे थे तब काबुल रॉकेट हमलों से गूंज रहा था। हमारे लोग आज जिस हिंसा के दौर से गुजर रहे हैं वह कल्पना से परे है। इसकी पृष्ठभूमि में उन्होंने विश्व समुदाय से हर तरह की मदद की अपील की ताकि अफगानिस्तान की जनता शांति और समृद्धि के रास्ते आगे बढ़ सके।
