लंदन: ब्रिटिश संसद पर हुए हमले के सिलसिले में जांच एजेंसियों ने हमलावर आतंकी के बारे में सारी जानकारी सार्वजनिक कर दी है। मृतकों की संख्या अब पांच हो गई है। इस बीच कल पकड़े गए 8 लोगों में से जो तीन महिलाएं थीं, उनमें से एक को छोड़ दिया गया है। इन्हें बर्मिंघम से पकड़ा गया था। आज भी एक गिरफ्तारी हुई है। हमले की जिम्मेदारी तथाकथित इस्लामिक स्टेट ग्रुप ने ली थी।
पुलिस ने मारे गए हमलावर की पहचान खालिद मसूद के रूप में की है। 52 साल का खालिद केंट के एड्रियान एल्म्स में पैदा हुआ था। बताया जाता है कि मसूद हाल फिलहाल विदेश भी गया था। खबरों के मुताबिक मसूद ने अपने बायोडाटा में लिखा था कि उसने सऊदी अरब में अंग्रेजी पढ़ाई थी। 2009 में वह ब्रिटेन लौटा। यहां वह ल्यूटन में TEFL कालेज में अंग्रेजी का वरिष्ठ टीचर बन गया। 2012 में उसने बर्मिंघम में IQRA नाम से अंग्रेजी भाषा का ट्यूशन बिजनेस शुरू किया। हालांकि, कई तथ्यों की पुष्टि नहीं हुई है।

बताया जा रहा है कि खालिद प्रेस्टन पार्क होटल के इसी कमरे में रुका था
खालिद हमले से एक रात पहले समुद्री इलाके ब्राइटन के प्रेस्टन पार्क होटल में ठहरा था। यहाँ से घटनास्थल की दूरी 53 मील है। होटल में उसने क्रेडिट कार्ड (अपने नाम का) से पेमेंट किया था।

मौके पर मारा गया हमलावर खालिद मसूद
उधर, हमले में मारे गए लोगों की संख्या आज 5 हो गई है। कीथ पाल्मर (48), आयशा फ्रेडे (43) और अमेरिकी पर्यटक कुर्त कोचरान (54) बुधवार को मारे गए थे जबकि गुरुवार शाम 75 वर्षीय एक वृद्ध की मौत हो गई।

कीथ पाल्मर (48), अमेरिकी पर्यटक कुर्त कोचरान (54) और आयशा फ्रेडे (43) (बाएं से दाएं)
बुधवार के हमले के सिलसिले में लंदन और बर्मिंघम में 5 पुरुष और तीन महिलाएं गिरफ्तार की गई थीं। 39 साल की महिला और 23 साल के एक युवक को बर्मिंघम से गिरफ्तार किया गया। 26 साल की महिला और 26-28 साल के तीन युवकों को बर्मिंघम में दूसरे पतों से पकड़ा गया जबकि बर्मिंघम में एक अन्य जगह से 58 साल का एक व्यक्ति पकड़ा गया। पुलिस के मुताबिक अन्य पतों पर भी सर्च जारी है।

गुरुवार को लंदन के ट्रफलगर स्क्वैयर पर मोमबत्ती जलाकर लोग एकत्र हुए और कहा कि आतंकवादी ‘नहीं जीतेंगे।’

ट्रफलगर स्क्वैयर पर मृतकों को श्रद्धांजलि देते लोग
गृह सचिव एम्बर रूड ने बताया कि गुरुवार को लंदन के ट्रफलगर स्क्वैयर पर मोमबत्ती जलाकर लोग एकत्र हुए और कहा कि आतंकवादी ‘नहीं जीतेंगे।’

इस तरह से हमलावर ब्रिटेन की संसद के समीप पहुंचा
