नई दिल्ली। हिंद महासागर में चीन के बढ़ते दबदबे को देख फ्रांस और भारत ने पार्टनरशिप मजबूत करने पर बात की है। इस इलाके में भारत को हाल में अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया का भी साथ मिला है।
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां वेस लध्रियां की शुक्रवार को बातचीत हुई। सुषमा स्वराज के अनुसार भारत और फ्रांस ने समुद्री सुरक्षा पर हिंद महासागर में बढ़ते सहयोग पर चर्चा की, जहां दोनों देशों की मौजूदगी बेहद महत्वपूर्ण है। इस सहयोग का मकसद निर्बाध व्यापार और आवाजाही के लिए अंतरराष्ट्रीय समुद्री गलियारे की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
दोनों पक्षों के बीच महाराष्ट्र में जैतापुर ऐटमी प्लांट को जल्द शुरू करने के ठोस उपायों पर भी बातचीत हुई। यह प्रॉजेक्ट स्थानीय लोगों के विरोध और फ्रांस की कंपनी अरेवा की वित्तीय मुश्किलों के कारण 2010 से अटका है।
इन दिनों भारत में हैं फ्रांस के विदेश मंत्री
आपको बता दें कि फ्रांस के विदेश मंत्री अपने प्रसीडेंट मैक्रों की यात्रा की नींव तैयार करने के लिए आए हैं, जिनके अगले वर्ष की शुरुआत में इंटरनेशनल सोलर अलायंस की बैठक के दौरान शामिल होने की उम्मीद है।
