नई दिल्ली। इजराइल अपने कारगर डिफेंस सिस्टम के लिए दुनियाभर में मशहूर है। मिसाइलों से लेकर छोटी बंदूकों तक, हर किस्म के उम्दा हथियार बनाने के लिए इजराइल को दुनियाभर में जाना जाता है। वहीं, पीएम मोदी की इजराइल यात्रा की वजह से वहां के डिफेंस सिस्टम की बेहतरीन खोज में से एक ‘बॉर्डर सिक्योरिटी रोबोट गार्ड’ भारत में भी सुर्खियों में है। इजराइल अपनी सीमा पर जवानों के बजाए रोबोट गार्ड्स की तैनाती करता है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि इसे मात देना नामुमकिन है।
क्या है इजराइल का ‘रोबोट गार्ड सिस्टम’ ?
इजराइल ने अपनी सीमा पर जवानों के बजाए रोबोट गार्ड्स को तैनात कर रखा है। सीमा सुरक्षा के लिए यह रोबोट गार्ड्स काफी कारगर माने जाते हैं। रोबोट बिना थके लंबे समय तक का सीमा की निगरानी कर सकते हैं। खबरों के मुताबिक, इजराइल के इन रोबोट गार्ड में कई खास विशेषताएं हैं। यह इंफ्रारेड सेंसरों और कैमरों से लैस होते हैं जो किसी भी तरह की हरकतों को भांप लेते हैं। इनकी मदद से जवान आसानी से सीमा के किसी भी हिस्से पर हो रही घुसपैठ को नाकाम कर सकते हैं।

अगर कंट्रोल रूम में जवानों से कोई चूक हो जाए तो रोबोट गार्ड अपने सेंसरों से किसी भी हरकत को पकड़ लेता है (फाइल फोटो)
जवानों से ज्यादा रोबोट्स रहते हैं मुस्तैद
रोबोट गार्ड्स के जरिए जवान कंट्रोल रूम से बैठकर ही सीमा की सुरक्षा का काम कर सकते हैं। रोबोट एक पाइप के जरिए चलते हुए सीमा की निगरानी करता है। वहीं, अगर कंट्रोल रूम में जवानों से कोई चूक होती है तो रोबोट गार्ड अपने सेंसरों के जरिए अपने आस-पास हुई किसी भी हरकत को पकड़ लेता है। रोबोट गार्ड में अपने 15 मीटर के दायरे में हुई कोई भी हरकत पकड़ने की झमता है जिसके जरिए वह कंट्रोल रूम तक चेतावनी पहुंचाता है और जिसके बाद जवान अपनी कार्रवाई को अंजाम दे सकते हैं।
