जंदाली। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आजादी की मांग जोर पकड़ रही है। पाकिस्तान सरकार के अत्याचारों के खिलाफ लोगों में जबरदस्त गुस्सा भरा हुआ है जो अब प्रदर्शन और रैलियों के जरिए बाहर आ रहा है। जम्मू-कश्मीर नेशनल स्टुडेंट्स फेडरेशन के बैनर तले जंदाली में आयोजित रैली में हजारों युवाओं ने पाकिस्तान सरकार की ज्यादतियों के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर किया। रैली में सिर्फ छात्र ही नहीं, अन्य युवा भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारी आजादी की मांग कर रहे थे। पिछले कुछ अर्से से POK में प्रदर्शनों का सिलसिला तेज हुआ है।
जम्मू-कश्मीर नेशनल स्टुडेंट्स फेडरेशन के हजारों युवाओं ने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि पाकिस्तान सरकार स्थानीय लोगों पर अत्याचार कर रही है, उनका दमन कर रही है। फेडरेशन के स्थानीय नेता लियाकत खान ने कहा कि पाकिस्तान इस क्षेत्र में आतंकवादी भेजकर यहां का शांतिपूर्ण माहौल खत्म कर रहा है। स्थानीय नेताओं का आरोप है कि पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियों ने क्षेत्र को आतंकवादियों की पनाहगाह बना दिया है।
लियाकत खान सवाल करते हैं, ‘पाकिस्तान जब नीलम झेलम, मंगला बांध बनाता है तब यह यह इलाका विवादित नहीं होता लेकिन लेकिन जब हम अपने अधिकार मांगते हैं, तो हमारी पहचान एक विवादित क्षेत्र के निवासियों की बना दी जाती है।’ लियाकत खान आगे कहते हैं, POK के युवाओं में अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में अपने हूनर के प्रदर्शन की कुव्वत है लेकिन पाकिस्तान सरकार के रवैये के कारण वे यहां से आगे नहीं जा पाते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार यहां के लोगों को गुलाम समझती है। उन्होंने लोगों से गुलामी की इन जंजीरों को तोड़ने की अपील भी की।
इससे पहले शुक्रवार को अफगानिस्तान की सरहद से सटे खैबर-पखतूनख्वा के नेता महमूद खान अचकजई ने भी बीबीसी के साथ बातचीत में कहा था कि पाकिस्तान को POK से हट जाना चाहिए।
