बीजिंग। चीन अमेरिका से खफा है। उसकी ताजा नाराजगी की वजह है दक्षिण चीन सागर में उसके विवादित कृत्रिम द्वीप मिस्चिफ रीफ के करीब अमेरिकी युद्धपोत का पहुंचना। चीन का कहना है कि अमेरिकी युद्धपोत के आने से उसके क्षेत्र की संप्रभुता और अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हुआ है।
चीन के विदेश मंत्रालय के मुताबिक अमेरिकी युद्धपोत यूएसएस जॉन एस मैक्केन गुरुवार को दक्षिण चीन सागर में उसके कृत्रिम द्वीप के निकट पहुंच गया। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने इसे गंभीर कार्रवाई करार देते हुए कहा कि चीन इससे बेहद असंतुष्ट है और अपना विरोध दर्ज करेगा। गौरतलब है कि चीन समूचे दक्षिण चीन सागर पर अपना अधिकार जताता है और इस तरह के ऑपरेशंस पर नियमित रूप से आपत्ति करता है।
एक अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक यूएसएस जान एस मैक्केन नौवहन के स्वतंत्रता अभियान के तहत गुरुवार को मिस्चिफ रीफ तक पहुंचा। खबरों के मुताबिक हालांकि अधिकारी ने माना कि चीनी युद्धपोत ने उन्हें 10 बार रेडियो वार्निंग भेजी लेकिन साथ ही अधिकारी ने यह भी बताया कि हमने उन्हें बताया कि हम अमेरिकी जहाज हैं और अंतर्राष्ट्रीय जल में रूटीन ऑपरेशन के तहत हैं।
गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय समुद्री और वायु क्षेत्र को लेकर चीन का कई देशों के साथ विवाद चल रहा है। पिछले महीने के आखिरी सप्ताह में चीन ने पूर्वी चीन सागर में एक अमेरिकी टोही विमान के रास्ते में भी अड़चन डाली थी। चीन के लड़ाकू विमानों ने अमेरिकी विमान को रास्ता बदलने के लिए मजबूर कर दिया था।
