लंदन। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने ब्रेक्जिट पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया है और इसके साथ ही ब्रिटेन की यूरोपीय संघ से विदाई की औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
बीबीसी के अनुसार, लिस्बन संधि की धारा 50 के तहत ब्रिटेन की ओर से आधिकारिक तौर पर नोटिस दिया गया है जो यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टास्क के पास जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जून में हुए जनमत संग्रह में लोगों ने यूरोपीय संघ से अलग होने के पक्ष में मतदान किया था। लेकिन ब्रेक्जिट की औपचारिक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई थी। थेरेसा मे ने जिस पत्र पर हस्ताक्षर किया है उसे बुधवार को ब्रिटिश राजदूत सर टिस बैरो के जरिए यूरोपीय संघ के पास भेजा जाएगा। पत्र पर हस्ताक्षर करने से पहले प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल की बैठक की जो करीब एक घंटे तक चली।
घटना क्रम
- 29 मार्च को लिस्बन संधि की धारा 50 के तहत नोटिस भेजा गया
- 30 मार्च को ग्रेट रिपील बिल (ब्रेक्सिट से जुड़ा विधेयक) को प्रकाशित किया गया
- 31 मार्च को यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनल्ड टस्क बातचीत के दिशानिर्देशों को प्रकाशित करेंगे
- 29 अप्रैल को यूरोपीय संघ के सम्मेलन में बाक़ी बचे सदस्य बातचीत के दिशानिर्देशों को स्वीकार करेंगे
- ग्रेट रिपील बिल को संसदीय सत्र की शुरुआत में रखा जाएगा
- आमने-सामने औपचारिक बातचीत शुरू होगी
- ग्रेट रिपील बिल संसदीय निगरानी को भेजा जाएगा
- यूरोपीय संघ प्रमुख वार्ताकार मिशेल बर्नइयर शुरुआती बहस को आगे बढ़ाएंगे
2018
- ग्रेट रिपील बिल को राजपरिवार से सहमति मिलेगी
- संसद को विषम परिस्थिति में अगला क़ानून पास करना पड़ सकता है
- संसद के दोनों सदनों और यूरोपीय काउंसिल में मतदान होगा
2019
दो साल की इस वार्ता पर विराम लग जाएगा और ब्रिटेन यूरोपीय यूनियन से अलग हो जाएगा
