सियोल। उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच विवाद ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है शुक्रवार को अपने एक वायुसेना अभ्यास के तहत अमेरिका के दो सुपरसॉनिक विमानों ने कोरियाई द्वीप के ऊपर उड़ान भरी इस वायुसेना अभ्यास में अमेरिकी बमवर्षक के साथ जापान और दक्षिणी कोरिया के लड़ाकू विमान भी शामिल थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एशिया दौरा शुरू होने से पहले परमाणु बम हमले में सक्षम इन विमानों ने कोरियाई प्रायद्वीप के ऊपर से उड़ान भरी है। अमेरिकी एयरफोर्स के तीन बॉम्बर्स साउथ कोरिया के गुआम एयरबेस पर अपना ठिकाना बनाए हुए हैं। हालांकि अमेरिकी बॉम्बर्स साउथ कोरिया और जापान के साथ मिलकर इससे पहले कई बार अभ्यास कर चुके हैं पिछले हफ्ते भी साउथ कोरिया के एयरस्पेस पर दो बॉम्बर्स ने पूर्वी तट पर एयर-टू-ग्राउंड मिसाइल ड्रिल किया था।
वहीँ उत्तर कोरिया का कहना है कि वायुसेना अभ्यास उस पर अचानक परमाणु हमले की तैयारी है। उत्तर कोरिया की न्यूज एजेंसी केसीएनए के मुताबिक अमेरिका कोरियाई प्रायद्वीप के हालात निरंतर बिगड़ रहा है तथा परमाणु युद्ध भड़काना चाहता है। उत्तर कोरिया द्वारा बैलेस्टिक मिसाइल के लगातार परीक्षण और तीन सितंबर को छठे परमाणु परीक्षण के बाद कोरियाई प्रायद्वीप के हालात काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप अपने एशियाई दौरे में सबसे पहले जापान जाएंगे। ट्रंप के दौरे का बड़ा उद्देश्य उत्तर कोरिया पर दबाव बढ़ाना भी है। व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति के सुरक्षा सलाहकार एचआर मैकमास्टर ने कहा है कि ट्रंप का मानना है कि उत्तर कोरिया पर विचार का समय पूरा हो चुका है। गौरतलब है कि ट्रंप उत्तर कोरिया को पूरी तरह से नष्ट करने की चेतावनी भी दे चुके हैं। उधर इस संबंध में चीन पर भी दबाव बनाए हुए है। मैकमास्टर के मुताबिक अमेरिका देख रहा है कि चीन और अन्य देश उत्तर कोरिया मसले पर क्या कार्रवाई कर रहे हैं। इसके बाद वह खुद कार्रवाई करेगा।
