जब भी दुनिया के बेहतरीन कमांडो की बात होती है तो जेहन में एक नाम आता है। और वह नाम है ‘सील कमांडो’ का। जी हां, अमेरिका की नौसेना के सील कमांडो मरने के लिए नहीं बल्कि दुश्मन को खत्म करने के लिए जाने जाते हैं। यह अमेरिका की वह स्पेशल फोर्स है जो हर खतरनाक युद्ध और चुनौती से सुरक्षित आने का हुनर रखती है। आइये जानते है अमेरिका की यह स्पेशल फोर्स क्यों है ख़ास-
इस हमले के बाद किया गया था गठन
1 जनवरी 1962 को यूनाईटेड नेवी सील की बुनियाद रखी गई। हालांकि इस घातक कमांडो फोर्स की जरूरत अमेरिका ने दूसरे विश्व युद्ध के बाद ही कर ली थी। 7 दिसंबर 1941 को पर्ल हार्बर पर हुए हमले ने पूरे अमेरिका में तहलका मचा दिया था। जापान कि ओर से किया गया यह हमला इतना खतरनाक था कि अमेरिकी सरकार की नींद उड़ गई। आज भी इसे ‘बैटल ऑफ पर्ल हार्बर’ के नाम से जाना जाता है। इस हमले के बाद ही अमेरिकी सरकार ने सील कमांडो फोर्स का गठन किया और अमेरिका फिर से एक मजबूत राष्ट्र के रूप में उभरा।
