नई दिल्ली। 20 लाख वर्ग किलोमीटर में फैले हिन्द महासागर के विशाल इलाके पर भारतीय नौसेना ने निरंतर चौकसी करते रहने की अपनी क्षमता में भारी इजाफा किया है।
भारत के पूर्वी समुद्र तट से करीब 1,500 किलोमीटर दूर स्थित अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के निकोबार स्थित वायुसैनिक अड्डे पर भारतीय नौसैनिक अड्डे पर नौसेना का सबसे आधुनिक समुद्र टोही विमान पी 8 आई को दो दिनों पहले उतारा गया। नौसेना के टोही विमान को मिली इस सफलता को सामरिक विशेषज्ञ भारत की समुद्र टोही क्षमता में भारी विस्तार के तौर पर देख रहें हैं।
नौसेना का यह टोही विमान अमेरिका की बोइंग कंपनी से कुछ साल पहले हासिल किया गया था। यह टोही विमान समुद्र के ऊपर लगातार 8 घंटे तक उड़ता रह सकता है और समुद्र के चप्पे-चप्पे पर निरंतर निगरानी रख सकता है। लंबी दूरी तक समुद्र पर चौकसी रखने वाले इस विमान की मदद से दुश्मन देशों की नौसेना पर सटीक निगरानी रखी जा सकती है।
ऐसे 8 टोही विमान खरीदे गए हैं और चार अतिरिक्त विमान की सप्लाई का भी आर्डर दिया जा चुका है। ये विमान पनडुब्बी नाशक भूमिका में विशेष काम आएंगे। इनकी मदद से दुश्मन की पनडुब्बियों पर नजर रख कर् उन्हें निष्क्रिय किया जा सकता है।
चूंकि हाल के वर्षों में चीन की पनडुब्बियों ने हिन्द महासागर में विचरण करना शुरू कर दिया है। इसलिए पी8 आई टोही विमान चीनी पनडुब्बियों के लिए चिन्ता की वजह बनेंगे। हिन्द महासागर के बीच में हीं निकोबार द्वीप पर नौसेना के टोही विमानों के उतरने की सुविधा से पूरे हिन्दमहासागर पर प्रभावी तरीके से चौकसी की जा सकेगी। टोही क्षमता में इस विस्तार से हिन्द महासागर के संसाधनों की बेहतर रक्षा की जा सकेगी।
