नई दिल्ली। भारत और जापान आपसी नौसैनिक सहयोग को गहरा करने के लिये जल्द ही एक समझौता करेंगे जिसके जरिये दोनों नौसेनाएं बीच समुद्र में ईंधन और जरूरी साज सामान एक दूसरे से हासिल कर सकेंगे।
एक्वीजिशन एंड क्रास सर्विसिंग एग्रीमेंट (ACSA) की तर्ज पर यह समझौता भारत पहले ही अमेरिका के साथ कर चुका है। जापान के साथ इस तरह का समझौता करने वाला भारत छठा देश होगा। इसके पहले जापान ने इस तरह का समझौता अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस औऱ कनाडा के साथ किया है। यह समझौता भारत औऱ जापान के बीच गहरे होते सामरिक सम्बन्धों का सूचक होगा।
इस समझौते के बारे में यहां जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो और भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बीच हुई बातचीत के दौरान चर्चा हुई। दोनों विदेश मंत्रियों ने इस पर बातचीत जल्द शुरू करने की जरुरत बताई। गौरतलब है कि हाल के सालों में भारत और जापान की नौसेनाओं और तटरक्षक बलों के बीच आपसी तालमेल औऱ साझा अभ्यास का सिलसिला काफी बढ़ा है और इसे अधिक सुचारू औऱ सुविधाजनक बनाने के इरादे से दोनों देशों के बीच एक्सा समझौता करने पर सहमति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिछले जापान दौरे में हुई थी।
दोनों विदेश मंत्रियों की सामरिक वार्ता की जानकारी देते हुए जापानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि एक्सा समझौता जापान द्वारा दूसरे देशों के साथ किये गए समझौते की तर्ज पर होगा। जापान ने इस समझौता का मॉडल भारतीय पक्ष के सामने विचार के लिये पेश कर दिया है। जापानी प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देशों की वायु और थलसेनाओं के बीच भी अब साझा अभ्यासों का सिलसिला शुरू हो चुका है जिसे जापान काफी अहमियत देता है।
Deep rooted ties blossoming into a special strategic and global partnership.
Japanese Foreign Minister @konotaromp is warmly welcomed by EAM @SushmaSwaraj ahead of the 10th #IndiaJapan Strategic Dialogue. EAM had visited Japan in March 2018 for the last edition. pic.twitter.com/tIJ30uWDEA
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) January 7, 2019
जापानी विदेश मंत्री ने कहा कि एक स्वतंत्र और खुला हिंद प्रशांत का लक्ष्य हासिल करने के लिये जापान भारत को एक मजबूत साझेदार मानता है। वह भारत के साथ मिलकर क्षेत्र औऱ पूरी दुनिया में शांति व समृदिध हासिल करने के लिये जापान भारत के साथ मिलकर अग्रणी भूमिका निभाना चाहेगा।
तारो कानो जापान के विदेश मंत्री बनने के बाद पहली बार भारत दौरे पर आए हैं। यहां भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ भारत- जापान विदेश मंत्री सामरिक वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने कहा कि भारत औऱ जापान के बीच सामरिक साझेदारी के मसले पर गहराई से चर्चा करने के लिये दोनों देशों के बीच मंत्रिस्तर पर टू प्लस टू डायलॉग भी जल्द आयोजित होगी।
जापानी प्रवक्ता ने कहा कि भारत औऱ जापान जल्द ही पहली बार अंतरिक्ष औऱ साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भी वार्ता शुरू करेंगे। दोनों देशों ने आपसी आर्थिक आदान प्रदान बढ़ाने के लिये भी नये उपायों पर बातचीत शुरू कर दी है।
दोनों देशों ने आपसी रिश्तों को जनता स्तर पर प्रगाढ़ करने के लिये भारत-जापान मैत्री मंच भी गठित करने का फैसला किया है। इस मंच में दोनों देशों के राजनयिक औऱ आर्थिक क्षेत्रों की अग्रणी हस्तियों को शामिल किया है।
