पटना। देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर देने वाले बिहार के पीरो निवासी शहीद मोजाहिद खान को पूरे राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-ख़ाक कर दिया गया। इस बीच सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता राशि के रूप में दिए गए पांच लाख रुपये के चेक को शहीद मोजाहिद खान के भाई ने ठुकरा दिया।
शहीद की अंतिम यात्रा में लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। सैकड़ों गणमान्य लोगों ने नाम आंखों से शहीद मोजाहिद को विदाई दी। मौके पर सीआरपीएफ के डीआईजी मो सज्जानुद्दिन, सीआरपीएफ 47 वीं बटालियन के डीसी एके ठाकुर, सीआरपीएफ 47 वी बटालियन के कमांडेंट भूपेंद्र यादव सहित कई वरिष्ठ आधिकारियों ने शहीद को अंतिम सलामी दी।
सम्मानजनक सहायता राशि दे सरकार
अपने भाई मोजाहिद के शहीद होने की खबर सुनकर बड़े भाई इम्तियाज खान दुबई से घर पहुंचे थे। एक अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक इम्तियाज ने कहा कि उन्हें अपने भाई की शहादत पर गर्व है। सरकार को हर उस शहीद की शहादत का बदला लेना चाहिए जो पाकिस्तान की नापाक हरकतों का शिकार हुए हैं।
आर्थिक मदद के रूप में सरकार द्वारा दिया गया पांच लाख का चेक लेने से शहीद के भाई ने इंकार करते हुए कहा कि उनका भाई जहरीली शराब पीकर नहीं मरा है बल्कि देश पर कुर्बान हुआ है। उसका सम्मान होना चाहिए। उसे ऐसी सम्मानजनक राशि मिले ताकि उसके माता-पिता सम्मान पूर्वक अपना जीवन व्यतीत कर सकें। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले शहीद हुए अशोक सिंह की पत्नी को बिहार सरकार की ओर से 11 लाख रुपये का चेक दिया गया था तो फिर उनके साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है?
