नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के पूर्व सेनेटर का कहना है कि अमेरिका को भारतीय नेवी की मदद करनी चाहिए, जिससे चीन को सीधा संदेश जाए। इसके लिए अमेरिका को इंडियन आर्मी को न्यूक्लियर हथियारों की मदद करनी चाहिए। इससे एशिया में बढ़ रहे चीन के लड़ाई की सोच को गहरा झटका लगेगा।
पूर्व सेनेटर ने अपनी किताब में क्या लिखा ?
पूर्व रिपब्लिकन सेनेटर लैरी प्रेसलर ने अपनी किताब ‘NEIGHBOUR IN ARMS: AN AMERICAN SENETOR’S QUEST FOR DISARMAMENT IN A NUCLEAR SUBCONTINENT’ में इस बात को रखा है। प्रेसलर इससे पहले वियतनाम में काम कर चुके हैं। उन्होंने लिखा कि चीनी नेवी फिलीपींस और वियतनाम में अमेरिकी नौसेना को टक्कर दे रही है, इसका जवाब अमेरिका को भी देना चाहिए।
‘चीन आज दुनिया के सबसे बड़े खतरे में से एक’
उन्होंने लिखा कि साउथ चीन सागर के मुद्दे पर चीन की वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान से ठनी हुई है। चीन के साथ हमलोग समुद्री युद्ध नहीं चाहते हैं, पर इस जगह को बचाना मुश्किल हो सकता है। अगर हमें चीन को कड़ा संदेश चेना है तो हमें भारतीय नौसेना को परमाणु ताकतें देनी होगी जिससे चीन पर प्रेशर बढ़ेगा। उन्होंने लिखा कि चीन आज दुनिया के सबसे बड़े खतरे में से एक है। चीन का पाकिस्तान को इस तरह की मदद करना दुनिया के लिए खतरा हो सकता है।
