नई दिल्ली। नौसेना ने पहली बार सतह से हवा में मार करने वाली बराक मिसाइल प्रणाली का सफल परीक्षण किया है। इसे हाल ही में नौसेना में शामिल किया गया है। अरब सागर में INS विक्रमादित्य से इसका परीक्षण किया गया। नौसेना के एक ऑफिसर ने यहां बताया कि समुद्र में कम ऊंचाई पर अत्यंत तीव्र गति से जा रहे लक्ष्य पर इसे दागा गया, जिसे इसने नष्ट कर दिया। ऑफिसर ने कहा कि 21 से 23 मार्च के बीच पश्चिमी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा की निगरानी में इसका परीक्षण किया गया।

आईएनएस विक्रमादित्य से बराक मिसाइल का सफल परीक्षण
बराक मिसाइल से नौसेना को लैस किए जाने को देश की हवाई सुरक्षा और रक्षा क्षमताओं में इज़ाफा के लिहाज से मील का पत्थर माना जाता है।
इस बीच, रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को DRDO की मदद से विकसित तीन नौसेना प्रणाली नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लाम्बा को सौंपी। इनमें USHUS-2, पनडुब्बी सोनार प्रणाली के लिए निर्देशन उपकरण और जहाज में इस्तेमाल के लिए नेविगेशन सिस्टम शामिल हैं। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि स्वदेशी रक्षा उपकरणों के जरिए DRDO लगातार देश की रक्षा क्षमता बढ़ाने में लगा रहा है।
