हैदराबाद। केन्द्रीय रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को जमीन से हवा में मार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइल (LRSAM) भारतीय नौसेना को सौंपी। इस मिसाइल को भारत और इजरायल ने मिलकर विकसित किया है।
इस मौके पर अपने संबोधन में जेटली ने कहा कि भौगोलिक स्थिति के कारण भारत को हमेशा अपनी सुरक्षा के लिए तैयार रहना है। उन्होंने इसे सबसे बेहतर डिफेंस बताया है। जेटली ने जरूरी साजो-सामान से सुरक्षा बलों को लैस करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। शनिवार को ही सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी कहा था कि चीन सीमा पर यथा स्थिति बदलने की कोशिश कर रहा है और डोकलाम की तरह गतिरोध भविष्य में बढ़ सकते हैं।
जेटली ने भारतीय प्रतिभा की तारीफ करते हुए कहा कि स्थानीय मानव संसाधन इतने काबिल हैं कि वे कम कीमत पर दूसरी विकसित अर्थव्यवस्थाओं को सेवाओं की पेशकश कर रहे हैं।
जेटली के मुताबिक विकसित दुनिया में शायद ही कोई ऐसा देश है जहां भारत की प्रतिभाएं नहीं दिखती हों, चाहे यह चिकित्सा का क्षेत्र हो या फिर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का। उन्होंने कहा कि दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्था की तुलना में भारत के संसाधन बहुत प्रतिस्पर्धी कीमत पर उपलब्ध हैं।
