नई दिल्ली। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने एक और कामयाबी हासिल की है। इंडियन एयरफोर्स और सेना के लिए बनाया गए लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर ने अपनी पहली उड़ान भरी। मालूम हो कि इन हेलिकॉप्टरों को मेक इन इंडिया के तहत बनाया गया है। इसके डिजाइन और विकसित स्वचालित उड़ान नियंत्रण प्रणाली (AFCS) को देश में ही तैयार किया गया है।
एचएएल ने कहा कि पहली उड़ान में कोई खामी नहीं रही और पूरे 20 मिनट की उड़ान के दौरान खुद उड़ान नियंत्रण प्रणाली सक्रिय रहीं। बयान में कहा कि इस दौरान वहां विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) उन्नी के पिल्लई, चीफ टेस्ट पायलट और ग्रुप कैप्टन (सेवानिवृत्त) राजेश वर्मा मौजूद थे।
एचएएल ने आगे कहा कि स्वदेशी एएफसीएस का विकास एचएएल द्वारा वित्तपोषित परियोजना है और यह कीमती आयातित प्रणाली की जगह लेगी।
लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर की खासियतें-
- हेलिकॉप्टर 19,700 से 21,300 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है
- ज्यादा ऊंताई वाले युद्ध क्षेत्र के लिए सबसे बेस्ट लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर है
- हेलिकॉप्टर 3 से 5.8 टन से अधिक वजनी है
- कम रोशनी यानी रात में भी दुश्मनों पर निशाना दागने में सक्षम है
- हेलिकॉप्टर ऑटो-पायलट मोड में भी सक्षम
- रडार और लेजर मिलाइल वार्निंग जैसे सिस्टम की नई तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है।

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