जबलपुर। मध्यप्रदेश के गैरिसन ग्राउंड में चल रही सेना भर्ती ने मंगलवार को उपद्रव का रूप ले लिया। ग्राउंड पर पहुंचे युवकों ने न केवल उत्पात मचाया, बल्कि आस-पास की कई दुकानों को भी तहस नहस कर दिया। यहां तक कि पुलिस भी इनके आगे बेबस नजर आई छह घंटे तक चले इस हंगामे पर काबू पाने के लिए पुलिस को आरपीएफ की भी मदद लेनी पड़ी।
दरअसल 85 पदों के लिए की जा रही इस भर्ती के लिए तकरीबन बीस हजार युवक सुबह तड़के भर्ती ग्राउंड पर पहुंचे थे लेकिन कुछ देर बाद ही सुबह साढ़े पांच बजे हंगामा शुरु हो गया। युवकों का आरोप है कि सेना ने 20 हजार युवकों को ग्राउंड में एंट्री के लिए महज 30 मिनट का समय दिया। जिससे बड़ी संख्या में युवक टेस्ट ग्राउंड में नहीं पहुंच सके। इस पर युवक भड़क गए और हंगामा करने लगे बड़ी संख्या में युवक सदर कन्टोनमेंट सिविल लाइंस क्षेत्र में तोड़ फोड़ करते हुए आगे बढ़ गए और एटीएम व शॉपिंग मॉल्स को भी नुकसान पहुंचाया युवक इतने गुस्से में थे कि पुलिस को भी उन पर काबू करने में मुश्किल हो रही थी।
फिजिकल प्रक्रिया शुरू होते ही हंगामा
सेना की इन्फेंट्री में 85 पदों के लिए 29 अक्टूबर से 6 नवम्बर के बीच 07 राज्यों मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हरियाणा, झारखंड के युवकों को बुलाया गया था जिसमें उत्तर प्रदेश के 10 जिलों से तथा मध्य प्रदेश के दो जिलों से 20 हजार युवक शामिल हुए थे। उत्तर प्रदेश के युवाओं का आरोप था कि भर्ती में मध्य प्रदेश के युवाओं को ज्यादा समय दिया गया जिसपर आपत्ति जताते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया।
