नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने नई सफलता हासिल की है। वायुसेना के एम्ब्रेयर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में हवा में उड़ान भरते हुए ही ईंधन भरा गया है। हवा में ही एक ईंधनवाहक जहाज ने दूसरे लड़ाकू जहाज में पेट्रोल भरा।
इस क्षमता के आने से भारतीय वायुसेना की ताकत में कई गुना इजाफा हुआ है। आपात स्थिति में हवाई जहाज में ईंधन भरने के लिए अब जमीन पर विमान को लैंडिंग कराने की आवश्यकता नहीं होगी। बता दें कि यह पहली दफा हुआ है कि जब एम्ब्रेयर प्लेटफार्म पर हवा में ईंधन भरने की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया है।
ForceMultiplication Mission of Exponential Proportions: 1st time in #IAF, an AEW&C #EmbraerAircraft has successfully carried out #AerialRefuelling. A ForceMultiplier IL78 refuels another ForceMultiplier. IAF is one of the few AirForces in the World to demonstrate this capability. pic.twitter.com/qgLxqxvq8P
— Indian Air Force (@IAF_MCC) November 30, 2017
बता दें कि हवा से हवा में ईंधन भरने के लिए पायलटों के लिए खास स्किल की जरूरत होती है, जिसकी प्रैक्टिस भारतीय वायुसेना के जवानों ने की है। सबसे महत्वपूर्ण ये होता है कि जिसमें ईंधन भरा जाना है उसे ईंधन टैंकर को अपने बास्केट में सही तरीके से ज्वाइन करना होता है। इस प्रोसेस में एयरक्राफ्ट को फ्लाइंग मानकों का सही-सही पालन करना होता है।
भारत की वायुसेना दुनिया की ताकतवर वायुसेनाओं में से एक है, जिसने अक्सर अपना लोहा मनवाया है। साथ ही एम्ब्रेयर ने भी इस कैटेगिरी में अपनी ताकत को साबित किया है। खास बात यह है कि अगर इस प्रोसेस में सिर्फ 10 मिनट तक ईंधन भरा जाता है तो अतिरिक्त 4 घंटे तक उड़ान भरी जा सकती है। भारतीय वायुसेना को इस उपलब्धि से जंग के दौरान मजबूती मिलेगी।
