नई दिल्ली। मीडिया खबरों के मुताबिक रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता स्वर्णश्री राव राजशेखर को एक विवादास्पद ट्वीट के बाद छुट्टी पर भेज दिया गया है। गुरुवार को उनके आधिकारिक हैंडल से एक ट्वीट किया गया जिस पर पूर्व सैनिकों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। हालांकि कुछ ही देर बाद यह यह ट्वीट हटा लिया गया। ट्वीट के बारे में बताया गया कि ऐसा अनजाने में हो गया और इसका खेद है लेकिन तब तक इस ट्वीट के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया में वायरल हो गए थे। स्वर्णश्री राव राजशेखर के छुट्टी पर जाने के बाद अब सेना के पीआरओ कर्नल अमन आनंद को कार्यवाहक प्रवक्ता बनाया गया है।
Col. Aman Anand, took over as the acting Official Spokesperson of MOD as the Spokesperson proceeds on leave.
— Defence Spokesperson (@SpokespersonMoD) October 26, 2018
खबरों के मुताबिक नौसेना के पूर्व प्रमुख एडमिरल अरुण प्रकाश ने एक रीट्वीट किया था जिसमें सेना की पश्चिमी कमान के आंतरिक वित्तीय सलाहकार की आधिकारिक कार के बोनट पर एक सैन्य ध्वज दिख रहा है। पूर्व नौसेना प्रमुख ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा था, ‘भले ही इस तरह का दुरुपयोग संज्ञेय अपराध न हो फिर भी इस व्यक्ति को डांट लगाई जानी चाहिए।’
इस ट्वीट पर रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के ऑफिशिल हैंडल से ट्वीट किया गया जिसमें लिखा गया था, जब आप सेना के अधिकारी थे तो क्या आपके घर में जवानों का दुरुपयोग नहीं हुआ? उन फौजी गाड़ियों का क्या जिन्हें आपके बच्चों को स्कूल छोड़ने और घर पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया गया? और सरकारी वाहन पर मैडम की शॉपिंग को कैसे भूल सकते हैं? और अंतहीन पार्टियां… इसका खर्च कौन उठाता है?
इस ट्वीट के बाद मामला तूल पकड़ गया। पूर्व सैनिकों का कहना था कि यह ट्वीट रक्षा मंत्रालय में बैठे गैर सैन्य पृष्ठभूमि के लोगों की सेना के प्रति सोच दिखाता है।
Is this inadvertent. It shows the true colours of your MoD Madam. You are meant to protect the military, not insult it. Keeping this spokesperson is an insult to India, its armed forces and their sacrifices. It shows no respect for senior veterans. Your spokesperson is a disaster
— Maj Gen Harsha Kakar (@kakar_harsha) October 26, 2018
सेवानिवृत्त मेजर जनरल हर्ष कक्कड़ ने ट्वीट कर कहा, ‘क्या यह अचानक हुआ। यह आपके रक्षा मंत्रालय का असली रंग दिखाता है मैडम। आप सेना की हिफाजत के लिए हैं न कि उसे बदनाम करने के लिए। इस प्रवक्ता को बनाए रखना भारत का, उसके सशस्त्र बलों का और उनके बलिदान का अपमान है….’
सेवा निवृत्त एयर वाइस मार्शल मनमोहन बहादुर और भाजपा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने प्रवक्ता के ट्वीट पर ऐतराज जताया।
