नई दिल्ली। भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल की जमीनी वार करने वाली लैंड एटैक किस्म का सफल परीक्षण किया है। इस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को अंडमान निकोबार से एक दूसरे द्वीप पर रखे लक्ष्य को मार गिराने के लिये दागा गया था।
करीब 400 किलोमीटर दूर तक मार करने वाली इस मिसाइल को अंडमान के एक द्वीप से सुबह 10 बजे छोड़ा गया। दूसरे द्वीप पर रखे लक्ष्य पर ब्रह्मोस मिसाइल ने अचूक वार किया। गौरतलब है कि ब्रह्मोस मिसाइल की अब तक की किस्में 290 किलोमीटर दूरी तक ही मार कर सकती हैं।
Indian Army successfully launched its BrahMos supersonic cruise missile on 24 Nov 2020 in a top-attack configuration, hitting a target in the Bay of Bengal with pin point accuracy.#IndianArmy#SouthernCommand @DRDO_India#WarriorsoftheSouth#BrahMosMissile@adgpi pic.twitter.com/vec6Txdqgo
— Southern Command INDIAN ARMY (@IaSouthern) November 24, 2020
इस मिसाइल का परीक्षण भारतीय थलसेना ने किया जिसके पास पहले से ही ब्रह्मोस मिसाइल की कई रेंजीमेंट हैं। रक्षा सूत्रों के मुताबिक इस सप्ताह ब्रह्मोस मिसाइल की कई किस्मों के परीक्षण की तैयारी रक्षा अनुसंधान संगठन एवं तीनों सेनाओं के साथ मिलकर की जा रही है। ब्रह्मोस मिसाइल दुनिया की सबसे तेज मार करने वाली मिसाइल है जिसकी कोई काट दुश्मनके पास नहीं है।
ब्रह्मोस मिसाइल की किस्में थलसेना, वायुसेना और नौसेना को सौपी जा चुकी हैं। इस मिसाइल का विकास रूस और भारत के मिसाइल वैज्ञानिकों ने मिल कर किया है और इसका साझा उत्पादन भारत में संयुक्त उद्मम के जरिये हो रहा है। इस मिसाइल की अचूक मारक क्षमता के मद्देनजर कई देश खासकर दक्षिण पूर्व एशिया के देश इसके भारत से आयात पर बातचीत कर रहे हैं।
