नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने अपने युद्धपोत आईएनएस रणविजय से ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल की पोत नाशक किस्म का मंगलवार को सफल परीक्षण किया।
यहां ब्रह्मोस मिसाइल की निर्माता कम्पनी ब्रह्मोस एरोस्पेश के प्रवक्ता ने नौसेना द्वारा किये गए इस परीक्षण की पुष्टि करते हुए कहा कि मिसाइल लक्षित पोत को अधिकतम दूरी पर अचूक निशाना बनाने में कामयाब रही। नौसेना के विध्वंसक पोत आईएनएस रणविजय से यह परीक्षण बंगाल की खाड़ी में किया गया। यह परीक्षण सुबह 09 बजे किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि मिसाइल ने लक्ष्य पोत पर अचूक निशाना लगाते हुए सफलतापूर्वक हमला किया। इसके पहले मिसाइल ने अत्यधिक जटिल चालें चलीं। इस मिसाइल के कामयाब परीक्षण के बाद भारतीय युद्धपोत बीच समुद्र में अपने दुश्मन पोत को किसी आक्रामक कार्रवाई करने के पहले ही निशाना बना सकती हैं। ब्रह्मोस की युद्धपोत नाशक किस्म लम्बी दूरी पर अचूक निशाना लगाने में अपनी क्षमता सिद्ध की है।
#Indian Navy hones its combat readiness.#BrahMos AShM launched by #INSRanvijay strikes target ship at max range with pinpoint accuracy in Bay of Bengal. #CombatReady #Cohesive #Credible#AtmaNirbharBharat @SpokespersonMoD pic.twitter.com/Q5FWHZK48g
— SpokespersonNavy (@indiannavy) December 1, 2020
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के प्रमुख ने डीआरडीओ और ब्रह्मोस के वैज्ञानिकों को इस कामयाबी के लिये बधाई दी है। ब्रह्मोस एरोस्पेश के सीईओ और पबंघ निदेशक सुधीर कुमार मिश्र ने कहा कि पोत नाशक ब्रह्मोस किस्म के सफल परीक्षण के सप्ताह के दौरान भारतीय सेनाओं ने चार सफल परीक्षण किये हैं। इसमें थलसेना द्वारा दो ,वायुसेना द्वारा एक और नौसेना द्वारा एक परीक्षण शामिल है।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल भारत और रुस द्वारा साझा तौर पर विकसित और उत्पादित मिसाइल है। इसे पनडुब्बी. युद्धपोत, विमान और जमीन से छोड़ा जा सकता है। सेनाओं ने 290 किलोमीटर मारक दूरी वाली ब्रहमोस मिसाइलों को पहले ही अपने बेड़े में शामिल कर लिया है। यह मिसाइल 2.8 मैक यानी आवाज से तीन गुना अधिक गति से मार कर सकती है। इस मिसाइल का इस्तेमाल दुश्मन के आर्थिक या सामरिक महत्व के ठिकानों पर अचूक वार कर सकती है।
पिछले सप्ताह के दौरान लगातार चार सफल परीक्षणों ने मिसाइल की सक्षमता और विश्वसनीयता को सिद्ध किया है।
