नई दिल्ली। रक्षा साज सामान देश में ही बनाने की भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को रूस ने पूरा समर्थन देने का वादा किया है। मास्को में सैन्य और सैन्य तकनीकी सहयोग के लिये हुई 19वीं सालाना बैठक को सम्बोधित करते हुए रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्जेई शोईगु ने कहा कि भारत रूस का विशिष्ट सामरिक साझेदार है और इस नाते रूस भारत को रक्षा साज सामान के भारत में उत्पादन में हर तरह की मदद देगा।
मास्को में हुई इस बैठक की सहअध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूसी रक्षा मंत्री शोईगु ने की। इस बैठक के पहले रूसी रक्षा मंत्रालय के समक्ष सलामी गारद का निरीक्षण किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि गत सितम्बर माह में व्लादीवोस्तक में हुई शिखर बैठक के नतीजों से दोनों देशों के बीच विशिष्ट सामरिक साझेदारी और मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि हथियारों के कलपुर्जे बनाने के लिये अंतर सरकारी समझौता काफी अहम साबित होगा। ये कलपुर्जे यदि संयुक्त उद्यमों के जरिये भारत में बनाए जाएंगे तो इससे पैसे और वक्त की बचत होगी। इससे स्वदेशीकऱण को भी बढ़ावा मिलेगा।]
Excellent discussions reconfirming special nature of India-Russia strategic partnership.
Had a wonderful meeting today with Russian Defence Minister General Sergey Shoigu in Moscow. Russia stands with India against terrorism and ready to further strengthen defence cooperation. pic.twitter.com/YMIZFZYffW
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) November 6, 2019
फरवरी, 2020 में लखनऊ में भारतीय रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित की जा रही रक्षा प्रदर्शनी डेफ एक्सपो में भाग लेने के राजनाथ सिंह के निमंत्रण के जवाब में रूसी रक्षा मंत्री ने कहा कि रूसी रक्षा कम्पनियों की इसमें पूरी क्षमता के साथ भागीदारी होगी। मास्को में पांच नवम्बर को भारत रूस रक्षा उद्योग सम्मेलन के नतीजों का दोनों मंत्रियों ने स्वागत किया। रूसी रक्षा मंत्री ने भारत में कलाशनिकोव एके- 203 एसाल्ट राइफलों के उत्पादन के लिये स्थापित किया जाने वाला संयुक्त उद्यम जल्द ही सक्रिय करने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। रूसी रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता को और मजबूत करने के लिये रूस भारत को हर सम्भव सहयोग देगा।
भारत और रूस के बीच सैन्य और सैन्य तकनीकी सहयोग के लिये गठित दो ग्रुपों की बैठकों के नतीजों की समीक्षा की। भारत को विशेष सम्मान देते हुए रूसी रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह से कहा कि दूसरे विश्व युद्ध की विजय की 75 वीं सालगिरह मनाने के लिये आयोजित परेड में भारत भी अपनी सैन्य टुकड़ी भेजे। राजनाथ सिंह ने इस निमंत्रण को स्वीकार किया।
