नई दिल्ली। अगले कुछ दिनों के भीतर भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति औऱ उपराष्ट्रपति के हवाई दौरों के लिये एक विशेष विमान भारत पहुंचने वाला है। इस विमान को भारत लाने के लिये वायुसेना और आला सुरक्षा अधिकारियों का एक दल इन दिनों अमेरिका में है।
प्रधानमंत्री के लिये खासकर बनाए गए इस विमान से अब अमेरिका तक की उड़ान बिना यूरोप में रुके हो सकती है। प्रधानमंत्री का मौजूदा विमान केवल 10 घंटे तक ही उडान भर सकता है जब कि नया विमान बिना ईंधन भरे लगातार 17 घंटे तक उड़ान भर सकता है। प्रधानमंत्री का मौजूदा विमान एयर इंडिया वन कहा जाता है लेकिन नया बोईंग-770- 300 ईआर किस्म का यह विमान एयरफोर्स वन कहा जाएगा।
करीब दो साल पहले ऐसे दो विशेष वीवीआईपी विमान तैयार करने का आर्डर अमेरिकी बोईंग कम्पनी को दिया गया था। इनमें से दूसरा विमान इस साल के अंत तक भारत भेजा जाएगा। यह विमान अमेरिकी राष्ट्रपति के इस्तेमाल के लिये बने एय़रफोर्स- वन की तर्ज पर बनाया गया है जिसमें भारत के शिखर नेताओं के विदेश और स्वदेशी दौरों के लिये विशेष संचार और सुरक्षा उपाय किये गए हैं।
इस विमान को दुश्मन के किसी हमले से बचाने के लिये खुद की मिसाइल रक्षा प्रणाली लगी है जिसे लार्ज एयरक्राफ्ट इनफ्रारेड काउंटर मेजर्स कहते हैं। यह प्रणाली किसी हमलावर मिसाइल को देखते ही विशेष किरणें छोडती है जिससे हमलावर मिसाइल अपने पथ से भटक जाती है। इस विमान में एक मिनी मेडिकल सेंटर होगा, सम्मेलन कक्ष होगा और साथ चलने वाले अधिकारियों और स्टाफ के अनुकूल सीटें होंगी।
प्रधानमंत्री के हवाई दौरों के लिये खास तौर पर डिजाइन किये गए इन दोनों विमानों में सेल्फ प्रोटेक्शन सूट लगा होगा जो दुश्मन के रेडार सिगनलों को रोक देगा और मध्यम दूरी की मार करने वाली किसी हमलावर मिसाइल को बीच रास्ते में ही रोक देगा। विमान की आत्मरक्षा प्रणाली स्वचालित होगी। इसके संचालन के लिये विमान के पायलट को अपने स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं करनी होगी।
प्रधानमंत्री के दौरों के लिये जो विमान इस्तेमाल में फिलहाल लाया जा रहा है वह इन आत्मरक्षा प्रणालियों से लैस नहीं है।
