नई दिल्ली। राजधानी में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के भवन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एंटी सैटेलाइट मिसाइल के मॉडल का अनावरण किया। इस मौके पर सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी डीआरडीओ के चैयरमैन डॉ. जी सतीश रेड्डी और अन्य आला अधिकारी मौजूद थे।
गौरतलब है कि 27 मार्च, 2019 को भारत ने अपनी पहली एंटी सैटेलाइट मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। यह परीक्षण ओडिशा स्थित एपीजी अब्दुल कलाम परीक्षण स्थल से किया गया था। इस मिसाइल के जरिये पृथ्वी की निचली कक्षा में एक उपग्रह को अचूक निशाना लगाकर ध्वस्त कर दिया गया था।
मिशन शक्ति के तहत इस एंटी सैटेलाइट मिसाइल का परीक्षण करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बना था। भारत ने इस तरह अंतरिक्ष में अपने संसाधनों की रक्षा करने की क्षमता का प्रदर्शन किया था।
Raksha Mantri Shri Rajnath Singh unveils A-SAT missile model in DRDO Bhawanhttps://t.co/6UAWXrN3QE#AatmaNirbharBharat
— DRDO (@DRDO_India) November 9, 2020
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय मिसाइल वैज्ञानिकों की इस अनोखी मिसाइल ताकत के प्रदर्शन की सराहना की। डा. सतीश रेड्डी ने कहा कि डीआऱडीओ भवन में एंटी सैटेलाइट मिसाइल के मॉडल को लगाए जाने से रक्षा वैज्ञानिकों को इसी तरह के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्टों पर काम करने को प्रेरणा मिलेगी।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने डीआरडीओ द्वारा विकसित अग्नि खोज और बुझाने की प्रणाली का भी प्रदर्शन किया। इस तकनीक के जरिये किसी ट्रेन के डिब्बे में कहीं से आग लगने के 30 सेकंड के भीतर देखा जा सकेगा और 60 सेकंड में इसे बुझाया जा सकेगा। इससे जानमाल को बचाने में मदद मिलेगी।
