नई दिल्ली। हिंदुस्तान ऐरोनाटिक्स लि. द्वारा निर्मित लाइट कम्बैट हेलिकॉप्टर (LCH) ने लद्दाख के इलाके में चीनी सेना के साथ चल रही सैन्य तनातनी के बीच अपनी क्षमता दिखाई है। गौरतलब है कि लद्दाख के इलाके में चीनी सेना की चुनौती का जवाब देने के लिये अन्य हथियारों के साथ अमेरिका से आयातित अपाचे लडाकू हेलिकॉप्टर भी तैनात किया है।
भारतीय वायुसेना ने हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लि. को 150 लाइट कम्बैट हेलिकॉप्टर का आर्डर देने के संकेत दिये हैं। इन दिनों जो दो हेलिकॉप्टर लद्दाख के इलाके में अपना जौहर दिखा रहे हैं वे एलसीएच के प्रोटोटाइप हैं। शुरुआती आर्डर के तौर पर वायुसेना ने हिंदुस्तान ऐरोनाटिक्स लि. को 15 एलसीएच की सप्लाई करने को कहा है। हैल द्वारा बनाया गया एलसीएच भी आसमानी –जमीनी लडाई में थलसेना को रणनीतिक मदद देगा। एलसीएच में कई तरह की टैंकनाशक मिसाइलों के अलावा कई तरह की हमलावार मिसाइलें, राकेट आदि तैनात किये जा सकते हैं।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक लद्दाख के इलाके में वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोडा ने लेह से सियाचिन के बेसकैम्प थाइस तक खुद उडाकर देखा। इस दौरान HAL का टेस्ट पायलट एलसीएच पर सवार था।
एलसीएच भारतीय सेनाओं की आसमानी जमीनी लडाई में एक अहम हथियार मंच साबित होगा। यह हेलीकाप्टर अपनी सेना को दुश्मन के इलाके के लक्ष्यों को निशाना बनाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा दुश्मन की सैन्य बढ़त को रोक सकता है। यह दुश्मन के सैन्य ठिकानों को भी तबाह करने की क्षमता रखता है।
