नई दिल्ली। भारतीय सेना को आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में एक ऐसी राइफल सौंपी गई है जो आतंकियों और सीमा पार के दुश्मनों के लिए काल बनकर आएगी। भारतीय सेना में इस प्रक्रिया के तहत 10 हजार ‘सिग सउर’ राइफल शामिल की गईं हैं।
मीडिया खबरों के मुताबिक इन अत्याधुनिक राइफलों का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में आतंकरोधी अभियान में किया जाएगा। फास्ट ट्रैक प्रक्रियाओं के तहत 72,400 राइफलों के निर्माण का ऑर्डर दे दिया गया है। राइफलों की पहली खेप जम्मू-कश्मीर में तैनात भारतीय सेना की उत्तरी कमांड को सौंप दी गई है।
भारतीय सेना में इस राइफल के शामिल हो जाने से मारक क्षमता में वृद्धि होगी। यह राइफल नजदीक से मार करने (क्लोज कॉम्बैट) और दूर से मार करने वाली राइफलों की श्रेणी की सबसे उन्नत तकनीक से लैस है।
Indian Army gets new American assault rifles in Kashmir Valley against terrorists, Pak Army on LoC
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— ANI Digital (@ani_digital) December 11, 2019
इन राइफलों का निर्माण अमेरिका में होगा और एक साल के भीतर इन्हें भारतीय सेना को सौंप दिया जाएगा। खास बात यह है कि इनमें से 66 हजार राइफलें भारतीय सेना के लिए हैं जबकि 2,000 भारतीय नौसेना के लिए तथा 4,000 राइफलें भारतीय वायुसेना को सौंपी जानी हैं।
गौरतलब है कि सिग सउर के अलावा भारतीय सेना 07 लाख से अधिक एके- 203 असॉल्ट राइफलों को भी शामिल करने की तैयारी में है।
