नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने तैयार की 5.56X30 मिमी प्रोटेक्टिव कार्बाइन का सफलतापूर्वक अंतिम परीक्षण का लिया गया है। अब यह कार्बाइन दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
Successful Trials of 5.56 x 30 mm Joint Venture Protective Carbine (JVPC)@DRDO_India designed 5.56×30 mm Protective Carbine has successfully undergone the final phase of User trials on 7th December 2020 meeting all the GSQR parameters. https://t.co/S9JACeDspD pic.twitter.com/156i6CkW2P
— A. Bharat Bhushan Babu (@SpokespersonMoD) December 10, 2020
गुरुवार का रक्षा मंत्रालय ने बताया कि डीआरडीओ द्वारा तैयार की गई 5.56X30 मिमी प्रोटेक्टिव कार्बाइन का 07 दिसंबर को सफलतापूर्वक आखिरी टेस्ट कर लिया गया है। इसे अब इस्तेमाल के लिए सुरक्षाबलों को सौंपी जाएगी।
User Trails of 5.56 X 30mm Joint Venture Protective Carbine designed by DRDO have been completed meeting all GSQR parameters. @DefenceMinIndia https://t.co/Enq5ftq9ws
— DRDO (@DRDO_India) December 10, 2020
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक 5.56X30 मिमी प्रोटेक्टिव कार्बाइन गर्मियों में उच्चतम तापमान और सर्दियों में हाई एल्टीट्यूट की स्थिति में परीक्षण की एक सीरिज का यह अंतिम चरण था। ज्वाइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइन ने जबरदस्त मारक क्षमता और सटीक निशाने के कड़े मानदंडों को पूरा किया है।
