नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि न्यू इंडिया के सपने को साकार करने के लिए सीसीटीएनएस और आईसीजेएस जैसे एकीकृत डेटाबेस वाले कॉन्सेप्ट बेहद जरूरी हो गए हैं। वह मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क (सीसीटीएनएस)/ अंतर-संचालनीय आपराधिक न्याय प्रणाली (आईसीजेएस) में अच्छी प्रथाओं’ के विषय पर आयोजित दूसरे सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। दो दिन के इस सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा किया गया है।
रेड्डी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के दो प्रमुख आधुनिकीकरण कार्यक्रमों के कारण प्रभावी कानून का क्रियान्वयनसंभव हुआ है और ये कार्यक्रमइसके बल को कई गुना बढ़ाने वाले साबित हुए हैं।
रेड्डी ने कहा कि ये एक सच्चाई है कि अपराध क्षेत्राधिकार की सीमाएं नहीं देखते। इसलिए अपराध को लेकर हमारी प्रतिक्रिया भी सीमाओं में बंधी नहीं होनी चाहिए। अपराध की तत्काल रिकॉर्डिंग और सभी हितधारकों तक इसकी जानकारी की पहुंच होना निस्संदेह रूप से किसी भी प्रभावी कानून के क्रियान्वयन ऑपरेशन का एक मुख्य पहलू है। यही सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट के जन्म का कारण बना।
उन्होंने कहा कि करीब 2,000 करोड़ रुपये की इस मिशन मोड परियोजना ने अपनी भारी पहुंच और कनेक्टिविटी के कारण जांच और पुलिसिंग में क्रांति ला दी है। इसने बहुत दूर-दराज के इलाकों में भी पुलिस थानों और अन्य कार्यालयों को जोड़ने में कामयाबी पाई है।
