जम्मू। कश्मीर के बडगाम जिले में आज आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में आतंकियों की ढाल बने पत्थरबाजों की वजह से बड़ी संख्या में सीआरपीएफ और पुलिस के जवान घायल हो गए। घंटों तक चली मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। इस दौरान आतंकियों के पक्ष में पत्थरबाजी कर रहे प्रदर्शनकारियों में तीन की मौत हो गई। 19 पत्थरबाज घायल भी हुए हैं। पत्थरबाजी में सीआरपीएफ और पुलिस के 60 से ज्यादा जवान जख्मी हुए हैं। जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राइफल्स के एक जवान को गोली भी लगी है।

कश्मीर के बडगाम जिले में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ के दौरान पोजीशन लिए जवान
बता दें कि बडगाम के चडूरा गांव में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मंगलवार सुबह से ही भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों की घेराबंदी में फंसे हुए आतंकवादियों को भागने में सहायता करने के लिए मुठभेड़ स्थल के पास प्रदर्शन किया और सुरक्षाबलों पर पथराव किया।

मुठभेड़ के बारे में सीआरपीएफ के डीआईजी संजय कुमार ने जानकारी दी
मुठभेड़ के बारे में सीआरपीएफ के डीआईजी संजय कुमार ने बताया कि आपरेशन मुश्किल था क्योंकि हम दो मोर्चों पर लड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि एक तरफ आतंकवादी थे और दूसरी तरफ पत्थरबाज। इन्होंने हमारे काम को मुश्किल बना दिया। हमें गालियाँ दी गईं और हमारे जवानों पर हमले किए गए। उन्होंने बताया कि पत्थरबाजी में सीआरपीएफ के 43 जवानों को चोटें आई हैं। पुलिस के भी 20 जवान घायल हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि मारे गए आतंकी के पास से एक हथियार बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए सुरक्षा बालों को पैलेट गन का प्रयोग करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। गौरतलब है कि पैलेट गन के इस्तेमाल के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की बेंच सुनवाई कर रही है। इस मामले में अगली सुनवाई 10 अप्रैल को होनी है।
वहीं, जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हिंसा को गलत बताते हुए स्थानीय नागरिकों की मौत पर अफसोस जताया। साथ ही उन्होंने कहा कि युवाओं को आतंकवाद से जुड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है।
