भारतीय सेना किसी परिचय की मोहताज नहीं है। भारतीय सेना का डंका पूरी दुनिया में बजता है। युद्ध का मैदान हो या प्राकृतिक आपदा की घड़ी, हर जगह भारतीय सेना उम्मीदों पर खरी उतरी है। युद्ध के मैदान में उसने दुश्मनों को धूल चटाई तो मुश्किल हालात में फंसे सैंकड़ों लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने में उसका कोई जवाब नहीं है। भारतीय सेना कई रेजीमेंट्स से सुसज्जित है। हर रेजीमेंट अपनी बहादुरी और जाबांजी का परचम दुनिया के कई देशों में लहरा चुकीं हैं। इन्हीं रेजीमेंट्स में से एक नाम है 17 पूना हॉर्स रेजीमेंट का। यह रेजीमेंट युद्ध में दुश्मन के छक्के छुड़ाने और अपनी निडरता, त्याग और बलिदान के लिए प्रसिद्ध है। ऐसी ही जाबांज रेजीमेंट से जुड़ी कुछ ख़ास बातें हम आपको बता रहे हैंः
ब्रिटिश गवर्नर ने की थी स्थापना
पूना हॉर्स भारतीय सेना का एक घुड़सवार सैन्य दल है। इसका गठन 15 जुलाई 1817 को सिरूर, पुणे में किया गया था। यह वह समय था, जब अंग्रेज भारत में अपने पैर जमा चुका था। उस समय भारत के ब्रिटिश गवर्नर जनरल लॉर्ड हैस्टिंग्स ने इस रेजीमेंट की स्थापना की थी।
