नई दिल्ली। पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर उल्लंघन के बीच सेना के शीर्ष अधिकारियों ने सोमवार को पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है। सेना के बड़े अधिकारियों ने पाकिस्तान से साफ कहा है कि जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास किसी भी घटना के खिलाफ जोरदार तरीके से जवाब दिया जाएगा। DGMO लेवल की इस बातचीत में पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सेना के द्वारा की गई गोलीबारी का मुद्दा उठाया और अपने 4 जवानों की मौत की बात की
भारत ने कहा- घुसपैठ को समर्थन देता है पाकिस्तान
भारतीय अधिकारियों का कहना है कि ‘पाकिस्तान के सक्रिय समर्थन से एलओसी पर घुसपैठ होती है। ‘रक्षा सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से चार जवानों के मारे जाने का मुद्दा उठाया गया और भारत ने सीमा पार से हो रही गोलीबारी और आतंकी घुसपैठ का मुद्दा उठाया गया। इससे पहले 9 मार्च को भी दोनों देशों के डीजीएमओ में मुलाकात हुई। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों से सीमा पर से संघर्षविराम की वारदात काफी बढ़ गई हैं और भारत की ओर से हमेशा करारा जवाब दिया जाता रहा है। भारत का स्पष्ट मानना है कि पाकिस्तान हमेशा से भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देता रहा है। पाकिस्तान में आतंकवादियों को पनाह मिली हुई है।
…& Indian Army reserves right to retaliate appropriately while reiterating that IA is sincere in maintaining peace & tranquility along LoC
— ANI (@ANI) July 17, 2017
सीजफायर में 6 वर्षीय बच्ची ने भी गंवाई जान
बता दें कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पुंछ के बालाकोट और राजौरी के मंजाकोट में युद्ध विराम का फिर उल्लंघन किया इस सीजफायर में 6 वर्षीय बच्ची ने अपनी जान गंवा दी है। इससे पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में नियंत्रण रेखा पर हुई संघर्ष विराम उल्लंघन की घटना में भारतीय सैनिकों ने करारा जवाब दिया था। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने उनके वाहन पर गोलीबारी की इसकी वजह से उनके चार जवान नदी में डूब गए।
गोलाबारी में नदी में गिर गए थे पाकिस्तानी सैनिक
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने रविवार को भारतीय सेना पर आरोप लगाया है कि नीलम घाटी में पाकिस्तान की सेना की जीप पर भारतीय सेना ने गोलीबारी में 4 सैनिकों की हत्या कर दी। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर के अनुसार, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मुजफ्फराबाद से 73 किमी की दूरी पर स्थित आठमुकाम में नीलम नदी के पास से गुजर रहे वाहन को निशाना बनाया गया वार्ता के दौरान भारतीय डीजीएमओ ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सभी संघर्षविराम उल्लंघन पाकिस्तानी सेना की तरफ से हुए और भारतीय सेना ने सिर्फ उनका माकूल जवाब दिया।
