नई दिल्ली: भारत ने एक बार फिर से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को आतंकवाद पर लगाम लगाने की नसीहत दी है। सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल एके भाटिया ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष से बात की। श्री भाटिया ने जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों की गतिविधियों पर भारत की चिंता जाहिर की।
DGMO #IndianArmy speaks
to his Pakistani counterpart. pic.twitter.com/iDmQiEhJlt— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) March 9, 2017
कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपुरा क्षेत्र में सुरक्षाबलों और एक घर में छिपे आतंकवादियों के बीच जारी मुठभेड़ के बीच यह बातचीत हुई। सेना सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ‘‘डीजीएमओ ने पाकिस्तानी डीजीएमओ से गुरुवार सुबह बात की। उन्होंने नियंत्रण रेखा (LoC) पर आतंकवादियों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर की।”
पाकिस्तानी डीजीएमओ को उड़ी हमले के बाद पकड़े गए दो पाकिस्तानी युवकों फैसल हुसैन अवान और अहसान खुर्शीद को वापस भेजे जाने के बारे में भी सूचित किया गया। सूत्रों के मुताबिक, दोनों पाकिस्तानी युवकों को 10 मार्च को वाघा सीमा के जरिये उनके देश भेज दिया जाएगा।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पिछले वर्ष उड़ी में एक सैन्य शिविर पर हुये आतंकी हमले के सिलसिले में गिरफ्तार दो पाकिस्तानी युवक फैसल हुसैन अवान और अहसान खुर्शीद को बुधवार को सेना को सौंप दिया था।
पाकिस्तान ने मांगे सबूत
भारत की तरफ से आतंकवाद पर चिंता जाहिर करने के बाद पाकिस्तान ने भारत के आरोपों को खारिज कर दिया। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया, ‘हमने एलओसी पर आतंकी गतिविधियों के प्रति भारत की चिंताओं को पूरी तरह खारिज कर दिया है। भारत को इस मामले में साक्ष्य देने के लिए कहा गया है।’
