नई दिल्ली। पैरामिलिट्री के जवानों ने जंतर-मंतर पर इस बात के लिए धरना दिया कि उन्होंने भ्रष्टाचार को उजागर किया था जिसके वजह से उन्हें सजा के तौर नौकरी से ही निकाल दिया गया था। गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने लोगों से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा, ‘सरकार अर्धसैनिक बलों के खर्च के लिए काफी फंड जारी करती है पर इसका फायदा सैनिकों तक नहीं पहुंच पाता है।’
अलावा इसके कई विभागीय दफ्तरों में अपने पहचान के लोगों को लाभ पहुंचाते हैं। जब जवानों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें की तो उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
अभी जवानों की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। दोषी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने तक के लिए पैसा नहीं है। जवानों ने सरकार से मांग की है कि इन सैनिकों की बात सुने और इसके साथ जिन जवानों को निकाला गया है उनके मामलों की जांच की जाए। उन्होंने दोषी ऑफिसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है।
