मुंबई। अभी तक आपने सेना के कारनामे के बारे में जो सुना है उसी कड़ी में बहुत जल्द एक और कारनामा जुड़ने वाला है। भारतीय सेना एल्फिंस्टन रोड रेलवे स्टेशन पर नया फुट ओवरब्रिज बनाएगी। लगभग महीने भर पहले यहां हुए हादसे में 23 लोगों की जानें चली गईं। मंगलवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पुल का जायजा लिया।
Smt @nsitharaman inspected the Elphinstone rd railway bridge in Mumbai with Hon Shri @piyushgoyal, Min of Railways & Hon MLA @ShelarAshish pic.twitter.com/4mWVbWGYhb
— Raksha Mantri (@DefenceMinIndia) October 31, 2017
सीएम फडणवीस ने कहा कि सेना यहां दो अन्य स्टेशनों पर भी पुल बनाने में मदद करेगी। इस दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और रेलमंत्री पीयूष गोयल भी मुख्यमंत्री के साथ थे। उन्होंने कहा कि हम एल्फिंस्टन रोड स्टेशन और मुंबई में दो अन्य उपनगरीय रेलवे स्टेशनों पर पैदल चलने वालों के लिए नया पुल बनाने में सेना की मदद ले रहे हैं। इन फुटओवर ब्रिजों का निर्माण कार्य 31 जनवरी, 2018 तक पूरा कर लिया जाएगा। सेना यहां सर्वेक्षण कर चुकी है।
रेल अधिकारियों ने 29 सितंबर को मची इस भगदड़ के बाद व्यस्त प्लेटफॉर्मों पर भीड़ के प्रबंधन के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए हैं, उप-नगरीय रेलवे स्टेशनों पर ढांचागत सुविधाओं संबंधी परियोजनाओं में भी तेजी लाई गई है।
विपक्षी दल फैसले से नाराज
The army was to be a measure of last resort to be called upon in extreme emergency. Now it seems like it’s the 1st number on the speed dial. https://t.co/9e9hJOgDTY
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 31, 2017
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट में कहा कि यह केंद्र और भारतीय रेलवे की विफलता की स्वीकारोक्ति है। वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सेना अंतिम विकल्प होती है। इमरजेंसी के हालात में बुलाते हैं। लेकिन यहां तो पहले नंबर पर सेना को बुला लिया गया। जबकि कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- ‘उम्मीद है कि सड़कों के गड्ढे भरने के लिए सेना को नहीं बुलाया जाएगा।’
