नई दिल्ली। आत्मनिर्भर भारत योजना को साकार करने के लिये. रक्षा मंत्रालय ने पहला बडा निर्णय लेते हुए ऐलान किया है कि वायुसेना के लिये देश में बने 106 बेसिक ट्रेनर विमान हासिल किये जाएंगे।
रक्षा मंत्रालय की रक्षा खरीद परिषद( DAC) की बैठक में लिये गए निर्णय का ऐलान करते हुए रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि करीब 8722 करोड रुपये के सैन्य साज सामान और हथियार मंच देश से ही हासिल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में हिंदुस्तान ऐरोनाटिक्स द्वारा निर्मित बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट (HTT-40) को हासिल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। यह विमान भारतीय वायुसेना के पायलटों की मौलिक ट्रेनिंग जरुरतों को पूरा करेगा। इस विमान के प्रमाणीकरण की प्रक्रिया इन दिनों चल रही है। जरुरी सर्टिफिकेट लेने के बाद शुरु में 70 विमान लिये जाएंगे। बाकी 36 बेसिक ट्रेनर विमानके वायेसना में आपरेशनल होने के बाद हासिल किये जाएंगे।
नौसेना की मारिक क्षमता बढाने के लिये रक्षा खरीद परिषद ने सुपर रैपिड गन माउंट ( SRGM) की अपग्रेडेड किस्म की सप्लाई का आर्डर भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स (भेल) को दिया है। अपग्रेडेड गन माउंट तेज गति वाली मिसाइल प्रणालियों का भी मुकाबला कर सकती है।
टैंकों के लिये उन्नत किस्म के गोले (APFSDS) भी स्वेदशी कम्पनियों से हासिल किये जाएंगे। इन गोलों के 70 प्रतिशत हिस्से देश में ही बने होंगे। रक्षा खरीद परिषद ने एके-203 राइफलों औऱ मानवरहित हवाई वाहन ( अनमैन्ड एरियल वेहीक्ल यानी ड्रोन देश से ही हासिल करने के प्र्स्ताव को मंजूरी दी है।
