नई दिल्ली। इंडियन एयरफोर्स और फ्रेंच एयरफोर्स एंड स्पेस फोर्स ने एयरफोर्स स्टेशन जोधपुर में युद्धाभ्यास ‘डेज़र्ट नाइट 2021’ में हिस्सा लिया। अपनी तरह का पहले द्विपक्षीय अभ्यास (युद्धाभ्यास डीके- 21) में भारतीय वायु सेना के सुखोई-30 एमकेआई और मिराज- 2000 विमानों के साथ साथ दोनों देशों की वायुसेना की ओर से राफेल लड़ाकू विमानों की भागीदारी ने लार्ज फ़ोर्स इंगेजमेंट समेत जटिल अभियानों को अंजाम दिया ।
भारतीय वायु सेना के एडब्ल्यूएसीएस, एईडब्ल्यूएंडसी विमान के साथ-साथ एफएएसएफ के ए400एम और ए330 आधारित एमआरटीटी (मध्यम दूरी के टैंकर और परिवहन) विमान युद्धाभ्यास में शामिल थे । दोनों वायु सेनाओं ने परिचालन क्षमताओं और अंतरसंचालनीयता को बढ़ाने के उद्देश्य से यथार्थवादी तौर तरीक़ों का प्रयोग किया । इस अभ्यास ने ययुद्ध की स्थिति में सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को साझा करने और परिचालन अवधारणाओं को विकसित करने का अवसर विशेष रूप से राफेल लड़ाकू विमान के बेड़े को प्रभावी तौर पर शामिल कर प्रदान किया।
#IndoFrenchEx
CAS visited #IndianAirForce and @Armee_de_lair contingents participating in Ex Desert Knight 21 at Jodhpur. H.E. Mr. Emmanuel Lenain @FranceinIndia also graced the occasion. pic.twitter.com/AD7DuVc7DJ— Indian Air Force (@IAF_MCC) January 23, 2021
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, पीवीएसएम यूवाईएसएम एवीएसएम वाईएसएम एसएम वीएसएम एडीसी, ने 21 जनवरी को एयरफोर्स स्टेशन जोधपुर का दौरा किया और प्रतिभागी सेनाओं से बातचीत की । उन्होंने फ्रेंच एयरफोर्स एंड स्पेस फोर्स (एफएएसएफ) दल के नेता मेजर जनरल लॉरेंट लहेरबेटे के साथ एमआरटीटी पर भी उड़ान भरी, जहां उन्हें अभ्यास के संचालन का खाका पेश किया गया और उन्होंने भारतीय वायु सेना और एफएएसएफ के लड़ाकू विमानों द्वारा हवा से हवा में ईंधन भरने का अभियान भी देखा ।
23 जनवरी को, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया, पीवीएसएम एवीएसएम वीएम एडीसी, ने भारत में फ्रांस के राजदूत महामहिम श्री इमैनुएल लेनिन के साथ वायु सेना स्टेशन जोधपुर का दौरा किया । विशिष्ट अतिथियों का स्वागत एयर मार्शल एस के घोटिया पीवीएसएम वीएसएम एओसी-इन-सी एसडब्ल्यूएसी ने किया ।
वायुसेना प्रमुख आर के एस भदौरिया ने भारतीय वायुसेना और फ्रेंच एयरफोर्स एंड स्पेस फोर्स (एफएएसएफ) टुकड़ियों के सदस्यों से बातचीत की । उन्होंने 4 दिनों की छोटी अवधि के भीतर प्रतिभागियों द्वारा युद्धाभ्यास के दौरान किए गए संचालन की जटिलता और अंतरसंचालनीयता की सराहना की । उन्होंने अभ्यास के सुचारू और सुरक्षित संचालन के लिए दोनों पक्षों के योजना, परिचालन और रखरखाव कर्मचारियों की भी सराहना की । वायुसेना प्रमुख ने फ्रेंच एयरफोर्स एंड स्पेस फोर्स (एफएएसएफ) दल को अपनी स्काईरोस तैनाती के अगले चरण के लिए शुभकामनाएं दीं ।
