नई दिल्ली। करगिल विजय दिवस के मौके पर एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि दो मोर्चों पर युद्ध करने के लिए हमारे पास जितनी ताकत होनी चाहिए, वो कम है।
एयर चीफ मार्शल धनोआ से जब करगिल विजय दिवस पर सवाल किया गया तो उन्होंने पहले कहा कि करगिल जैसा युद्ध अब नहीं होगा। मगर इससे आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि दो फ्रंट पर लड़ाई लड़ने के लिए हमारे पास उतनी ताकत नहीं है, जितनी हमारे पास होनी चाहिए।
My message to my people (in IAF) is that you have to be ready with capability to be executed in a very short time: Air Chief BS Dhanoa pic.twitter.com/k4NgZuWdqV
— ANI (@ANI) July 26, 2017
हालांकि, वायुसेना प्रमुख ने ये भी साफ कर दिया कि वो युद्ध से निपटने के लिए पूरे तरीके से तैयार हैं। लड़ने के लिए उनकी तैयारी पूरी है।
From Kargil till now there has been a tremendous jump in the Air Force capability: Air Chief Marshal Birender Singh Dhanoa pic.twitter.com/Aj8EXegJXT
— ANI (@ANI) July 26, 2017
करगिल युद्ध की कमियां दूर हुईं
वायुसेना प्रमुख ने ये भी बताया कि 1999 में करगिल युद्ध के दौरान भारतीय वायुसेना की ताकत में जो कमियां थीं, वो दूर हो गई हैं। उन्होंने बताया कि दिन में हमला करने की हमारी ताकत पहले से बढ़ गई है। अब वायुसेना के पास UAV आ गए हैं। वहीं मानव रहित विमान से छोटी से छोटी पोस्ट को चिन्हित करने के ताकत भी वायुसेना ने हासिल कर ली है।
वायुसेना प्रमुख ने ये भी बताया कि करगिल युद्ध से पहले वायुसेना ने कभी इतनी ऊंचाई पर हमला नहीं किया था। उन्होंने बताया कि करगिल युद्ध की शुरुआत में पहले हम रेकी कर रहे थे और उसके बाद हम बमबारी की भूमिका में आए। पहले हम दिन में ऊंचाई से बम गिरा रहे थे। फिर हमनें रात में बम गिराने का फैसला किया। पाकिस्तान के पास जो मिसाइल थीं, वो रात में काम नहीं कर सकती थीं। जिसके बाद हमारी तरफ से दिन-रात हमले किए गए। रात में हमारी बमबारी से पाकिस्तान से हौसले पस्त हो गए।
चीन-पाकिस्तान सीमा पर भी पक्ष रखा
एयरचीफ मार्शल ने चीन और पाकिस्तान बॉर्डर पर हालात को लेकर भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने बताया कि दोनों देशों के साथ बॉर्डर के हालात पर सरकार का जो आदेश है, उसे लेकर हम पूरे तरीके से तैयार हैं।
